कोलकाता. आइआइटी खड़गपुर के छात्र फैजान अहमद की मां रेहाना खातून ने शनिवार को कहा कि उन्हें न्याय मिलने की उम्मीद है, क्योंकि अदालत द्वारा नियुक्त फोरेंसिक विशेषज्ञ ने कहा है कि असम के इस युवक पर संभवतः किसी वस्तु से हमला किया गया होगा और गोली मारी गयी होगी. इस बात पर आश्चर्य व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा कि कोई व्यक्ति आइआइटी खड़गपुर जैसे उच्च सुरक्षा वाले क्षेत्र में बंदूक कैसे ले जा सकता है, रेहाना अहमद ने कहा कि उनके बेटे की मौत एक साजिश का परिणाम थी. उन्होंने कहा कि हम हमेशा से कहते आ रहे हैं कि मेरे बेटे की हत्या बेरहमी से की गयी है. मुझे बताइए कि आइआइटी खड़गपुर जैसे उच्च सुरक्षा वाले क्षेत्र में कोई छात्र परिसर में बंदूक या चाकू कैसे ले जा सकता है? शुरू से ही इस मुद्दे को दबाने की कोशिश की गयी.’
रेहाना अहमद ने अपने परिवार को अब न्याय मिलने की उम्मीद जताते हुए कहा कि उन्होंने केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को पत्र लिखकर मांग की थी कि उनके बेटे की मौत की जांच की जाए और अपराधियों को दंडित किया जाए, लेकिन उनमें से किसी ने भी कोई जवाब नहीं दिया. रेहाना अहमद ने कहा कि अगर सच सामने आता है, तो यह एक मिसाल भी होगा. उन्होंने यह भी आश्चर्य जताया कि देश के उच्च शिक्षण संस्थानों में इतने सारे छात्र रहस्यमय तरीके से क्यों मरते हैं.
आइआइटी खड़गपुर के एक वरिष्ठ अधिकारी ने फैजान की मौत को दबाने के आरोप को खारिज करते हुए कहा कि अधिकारियों ने जांच में हरसंभव सहायता दी है. अधिकारी ने कहा कि हर छात्र हमारे बच्चे जैसा है. हम भी चाहते हैं कि सच्चाई सामने आये. दोषियों को सजा मिलनी चाहिए. कोर्ट को अपना फैसला सुनाने दीजिए. मीडिया ट्रायल नहीं होना चाहिए.
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