प्रतिनिधि, मुंगेर. मुंगेर विश्वविद्यालय के 17 अंगीभूत कॉलेजों में कार्यरत 117 अतिथि शिक्षक तथा पूर्व में कार्यरत अतिथि शिक्षकों के बकाये मानदेय की राशि सरकार से जल्द ही मिल सकती है. इसके लिये 12 जून को पटना में आयोजित शिक्षा विभाग की बैठक के दौरान विभाग द्वारा विश्वविद्यालय को आश्वासन दिया गया है. बता दें कि साल 2023 के जनवरी माह में एमयू द्वारा अपने 17 अंगीभूत कॉलेजों के लिये कुल 160 अतिथि शिक्षकों की नियुक्ति की गयी थी. जिसके 11 माह का कार्यकाल दिसंबर 2023 में पूरा हो गया था. इसके बाद जनवरी 2024 में विश्वविद्यालय द्वारा इसमें से 117 अतिथि शिक्षकों को अगले 11 माह का सेवा विस्तार दिया गया है, लेकिन इन दो सालों में एमयू प्रशासन को सरकार से अतिथि शिक्षकों के मानदेय मद में राशि नहीं मिलने के कारण विश्वविद्यालय प्रशासन अपने पूर्व में कार्यरत अतिथि शिक्षकों सहित वर्तमान में कार्यरत अतिथि शिक्षकों को मानदेय तक नहीं दे पाया है. इस कारण पूर्व में तो अतिथि शिक्षकों का कार्यकाल बिना मानदेय के ही समाप्त हो गया. वहीं वर्तमान में कार्यरत 117 अतिथि शिक्षक भी पिछले 5 माह से बिना नियमित मानदेय के कार्य कर रहे हैं. बता दें कि विश्वविद्यालय द्वारा पूर्व में भी अपने अतिथि शिक्षकों के बकाया मानदेय को लेकर सरकार से कुल 14 करोड़ 70 लाख रुपये का डिमांड कई बार किया गया, लेकिन अबतक सरकार से राशि नहीं मिल पायी. ऐसे में 12 जून को शिक्षा विभाग में मिले आश्वासन के बाद अब अतिथि शिक्षकों को भी अपने बकाया मानदेय मिलने की आस गयी है.
कहते हैं कुलसचिव
एमयू के कुलसचिव कर्नल विजय कुमार ठाकुर ने बताया कि 12 जून को शिक्षा विभाग की बैठक के दौरान जल्द विश्वविद्यालय को राशि दिये जाने का आश्वासन दिया गया है. सरकार से राशि मिलते ही विश्वविद्यालय द्वारा अतिथि शिक्षकों के मानदेय का भुगतान कर दिया जायेगा.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है