संवाददाता, देवघर.
गंगा दशहरा के अवसर पर बाबा मंदिर में रविवार को हजारों की संख्या में भक्त उमड़े. श्रावणी मेले की तरह भक्तों की आम कतार ओवरब्रिज होते हुए क्यू कॉम्प्लेक्स के बाहर देखी गयी. भीड़ अधिक होने के कारण मंदिर का पट भी शाम साढ़े छह बजे बंद हुआ. पट बंद होने तक 5495 लोगों ने शीघ्र दर्शनम कूपन लेकर जलार्पण किया. इस संबंध में बाबा मंदिर इस्टेट पुरोहित श्रीनाथ पंडित ने बताया कि ज्येष्ठ माह के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि 16 जून को रात 02 बजकर 32 मिनट से गंगा दशहरा तिथि प्रारंभ हुई है, जो दशमी तिथि 17 जून सोमवार को सुबह 04 बजकर 34 मिनट तक रहेगी. इस दौरान बड़ी संख्या में श्रद्धालु सुल्तानगंज में गंगा स्नान कर शनिवार कीरात से ही अपने-अपने वाहन से बाबाधाम पहुंचने लगे थे. भीड़ प्रबंधन को लेकर मंदिर प्रशासन की ओर से सारी तैयारी की गयी थी. कूपन जारी करने से लेकर कतारबद्ध व्यवस्था के लिए पर्याप्त संख्या में पुलिस बल को तैनात किया गया था. इस दौरान श्रद्धालुओं द्वारा बाबा मंदिर प्रांगण में अनेक प्रकार के धार्मिक अनुष्ठान का भी आयोजन किया गया. सबसे अधिक मुंडन एवं उपनयन संस्कार हुआ. शास्त्रों के अनुसार, गंगा दशहरा के दिन ही भागीरथ के कठोर तपस्या के बाद भगवान विष्णु एवं बाबा भोलेनाथ प्रसन्न होकर मां गंगा का पृथ्वी पर आगमन हुआ था. तब से लेकर आज तक इस दिन को बड़े हर्ष उल्लास के साथ लोग मनाते हैं. मान्यता है कि इस दिन गंगा स्नान से जहां सभी पाप क्षय हो जाते हैं, वहीं भोले नाथ पर गंगाजल अर्पित करने से सभी तरह की मनोकामनाएं पूर्ण होतीं हैं. पट बंद होने तक 80 हजार से अधिक भक्तों ने जलार्पण किया. बड़ी संख्या में इस खास दिन पर गंगा एवं संगम स्नान के लिए लोग इलाहाबाद एवं हरिद्वार के लिए रवाना हुए हैं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है