केतार प्रखंड क्षेत्र में हीट वेव के कारण जनजीवन अस्त- व्यस्त हो गया है. यहां लोगों को गर्मी के कारण दिन और रात दोनों समय परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. खासकर सोन तटीय इलाकों से सटे गांव में अत्यधिक गर्मी पड़ रही है. यहां सुबह आठ बजे के बाद लोगों का घर से निकलना मुश्किल हो जा रहा है. सोन नदी में पानी बिल्कुल कम हो जाने के कारण एक किलोमीटर तक बालू का पाट नजर आ रहा है. जो की आठ बजे के बाद से ही बढ़े तापमान के कारण बालू गर्म होकर हवाओं के साथ गांव की ओर भयंकर लू बनकर बह रहा है. इससे आम लोगों के साथ-साथ मवेशियों को भी संभालने में किसानों को बड़ी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. उनके रख-रखाव एवं उन्हें लू से बचाने के लिए विशेष ध्यान देना पड़ रहा है. इधर पंडा नदी सूख जाने के कारण आम लोगों के खेतों की सिंचाई के साथ-साथ मवेशियों एवं जंगली जानवरों को भी पानी पीने की समस्या हो गयी है. पालतू एवं जंगली जानवर पानी के लिए इधर-उधर भटक रहे हैं. यहां दोपहर में प्यास से व्याकुल नीलगाय, बनसूअर, बंदर, खरगोश, लोमड़ी आदि पहाड़ों से के नजदीक पानी नहीं मिलने के कारण रिहायशी इलाकों में पानी के लिए भटक रहे हैं. भारी गर्मी और बढ़े तापमान के कारण किसान अपने खेतों में काम करने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहे हैं. साथ ही दो माह पूर्व खेतों में बोयी गयी फसल बढ़े तापमान की वजह से जलने लगी है.
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