डंडई प्रखंड क्षेत्र पचौर पंचायत के सूअरजंघा गांव में पेयजल एवं स्वच्छता विभाग द्वारा लगायी जा रही जलमीनार के लिए स्थल चयन मनमाने तरीके से करने का आरोप है. ग्रामीणों ने इसका जमकर विरोध किया है. ग्रामीण रीता देवी, निर्मला देवी, मनरेशी देवी, प्रेमनी देवी, फूलवंती देवी, शारदा देवी, मनोज भुइयां, विनोद भुइयां व नीरज भुइयां सहित अन्य लोगों ने आरोप लगाया कि संवेदक जलमीनार लगाने के नाम पर 15 से 20 हजार रुपये की मांग कर रहा है. जो व्यक्ति पैसा देने के लिए राजी हो रहा है, उसके घर के पास जल मीनार लगाया जा रहा है तथा उसके घर के अंदर आंगन के निजी बोर में समरसेबल सेट कर जलमीनार लगायी जा रही है. ग्रामीणों ने बताया कि संवेदक को चौक चौराहा और सरकारी चापाकल के बोर से कोई मतलब नहीं है. वह सरकारी चापानल के बोर में समरसेबल मशीन सेट कर जल मीनार लगाने के बजाय किसी व्यक्ति के निजी घर के बोर में समरसेबल मशीन सेट कर रहा है. तथा दरवाजे पर जल मीनार का निर्माण कराया जा रहा है. ग्रामीणों ने बताया कि यह गांव आदिम जनजाति बहुल है. गांव में अवधेश प्रजापति के घर के पास पीसीसी सड़क का अतिक्रमण कर संकीर्ण जगह में जलमीनार लग रही है. इसका वे पुरजोर विरोध कर रहे हैं. ग्रामीणों ने बताया कि संवेदक के साइट इंचार्ज शुभम जायसवाल गांव-टोला में घूम-घूम कर जलमीनार लगाने के नाम पर 15 से 20 हजार रुपये की मांग कर रहा है. जो व्यक्ति रकम थमाता है उसके ही दरवाजे पर जल मीनार लगायी जाती है.
संवेदक पर होगा एफआइआर : मामले में पेयजल एवं स्वच्छता विभाग के एसडीओ शहनवाज आलम ने बताया कि निजी बोर में जलमीनार नहीं लगाना है. यदि ऐसा हुआ है, तो संवेदक पर एफआइआर दर्ज होगा. साथ ही वहां से हटा कर सरकारी बोर में जलमीनार लगवायी जायेगी.
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