दिघवारा
नगर पंचायत दिघवारा के पूर्व मुख्य पार्षद पूनम देवी व बिहारी राय के इकलौते पुत्र गुलशन की मौत के बाद रविवार को उसके पैतृक घर बगही में मातमी सन्नाटा दिखा और घर के पास मृतक के परिजनों को सांत्वना देने के लिए लोगों की भीड़ जुटी दिखाई पड़ी. हर जुबान पर इसी बात की चर्चा थी कि आखिरकार गुलशन की मौत की वजह क्या थी ? दरवाजे पर जुटे लोग गुलशन की मौत को लेकर अपनी अपनी प्रतिक्रिया दे रहे थे तो घर की महिलाओं के क्रंदन से माहौल गमगीन था. रोते रोते परिजन अपनी बदकिस्मती को कोस रहे थे तो जवान बेटे की मौत का गम पूरे परिवार के चेहरे पर स्पष्ट रूप से पढ़ा जा सकता था. इकलौते बेटे के खोने के गम में पूनम देवी व बिहारी राय बेसुध नजर आए तो वहीं गुलशन की दोनों बहनों के चेहरों पर भी इकलौते भाई के खोने का गम देखा गया. गुलशन की मौत के बाद उसका शव शनिवार को जक्कनपुर थाना अधीन कृषि भवन के समीप मिला था. एटीएम कार्ड के आधार पर उसकी पहचान हो सकी थी. विलंब होने से शव पूरी तरह फूल कर वीभत्स हो गया था. इसके बाद उसकी पहचान करना मुश्किल था. उधर मौत के बाद घर की महिलाओं का रोते रोते बुरा हाल था. ऐसे में रविवार को जैसे ही पोस्टमार्टम के बाद गुलशन का शव परिजनों को सौंपा गया तब परिजनों ने शव को दिघवारा लाना मुनासिब नहीं समझा और पटना में ही बांस घाट पर उसका अंतिम संस्कार कर दिया गया. जहां पिता बिहारी राय ने मुखाग्नि दी. इस अवसर पर सुभाष राय, दुर्गा राय, संजय राय, रामगोपाल राय, अजीत राय, मोती राय, रामनाथ सिंह समेत बड़ी संख्या में परिजन व ग्रामीण मौजूद थे.
परिजनों ने हत्या का लगाया आरोप : गुलशन की जिस स्थिति में मौत हुई है उससे परिजनों को यह आशंका है कि किसी ने योजनाबद्ध तरीके से उसकी हत्या कर दी है. वह बीते 13 जून को ही घर से पटना गया था और 15 जून को उसका शव बरामद हुआ. गुलशन की मौत कैसे हुई यह एक अबूझ पहेली बनी हुई है, जिसे पुलिस को सुलझाना होगा. डेरा के आसपास का सीसीटीवी फुटेज कई सवालों को जन्म देता है. एटीएम बूथ पर जाने के बाद उसके साथ ऐसा क्या हुआ जिससे उसकी जान चली गयी. पुलिस हत्या, मौत और हादसा आदि बिंदुओं को लेकर जांच में जुट गयी है.
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