पकरीबरावां.
शुक्रवार को बुधौली ग्राम पंचायत के पप्पू मुखिया हत्याकांड का पकरीबरावां पुलिस ने खुलासा कर दिया है. प्रभारी थानाध्यक्ष मनीष कुमार ने बताया कि हत्या के बाद पुलिस लगातार मामले की जांच कर रही थी. घटना के कारणों के उद्दभेदन के लिए पुलिस काम कर रही थी. इसके लिए पुलिस कप्तान के नेतृत्व में डीआइयू का गठन किया गया. इस दौरान अनुसंधान में पता चला की मुखिया की हत्या में मुखिया प्रतिनिधी अमरेंद्र यादव की अहम भूमिका थी. उसने ही मुखिया की हत्या की साजिश रची. मुखिया पप्पू मांझी पिछले कुछ दिनों से मुखिया प्रतिनिधि अमरेंद्र यादव की बात नहीं मान रहे थे और बात-बात पर कहा सुनी हो रही थी. मुखिया प्रतिनिधि अमरेंद्र यादव ने मुखिया पप्पू मांझी की हत्या के लिए अपने मित्र दीऔरा गांव निवासी रामनंदन सिंह के पुत्र मनीष सिंह का सहारा लिया. श्री सिंह ने ही मुखिया पप्पू मांझी को फोन कर घर से बाहर बुलाया और जैसे ही पप्पू मुखिया मनीष सिंह के पास आये, अमरेंद्र यादव ने गोली मारकर मुखिया की हत्या कर दी. इस प्रकार मुखिया हत्याकांड का खुलासा कर दिया गया है. प्रभारी थानाध्यक्ष ने कहा की घटना में प्राथमिक अभियुक्त रामनंदन सिंह के पुत्र मनीष सिंह व अप्राथमिक अभियुक्त बुधौली गांव निवासी उगनी प्रसाद के पुत्र अमरेंद्र कुमार को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है