-ग्रीन राशन कार्ड बनने के दो माह बाद नि:शुल्क अनाज और नि:शुल्क इलाज के लिए आयुष्मान सुविधा का कर पायेंगे उपयोगपूर्वी सिंहभूम : आचार संहिता समाप्त होने के बाद लंबित आवेदनों के निपटारे में आयी तेजी
मुख्य संवाददाता, जमशेदपुर
लोकसभा चुनाव आदर्श आचार संहिता के कारण पिछले डेढ़ माह से ऑनलाइन राशन कार्ड बनाने के लिए 2100 आवेदन (फॉर्म) लंबित थे. आचार संहिता हटने के बाद 1850 आवेदन का निपटारा करते हुए राज्य मुख्यालय के नेशनल इनफॉर्मेशन सेंटर (एनआइसी) के सेंट्रल सर्बर में भेजा गया है. अब मात्र 250 आवेदन लंबित हैं. जिला आपूर्ति कार्यालय के मुताबिक ऑनलाइन आवेदन करने वाले लाभुकों को जल्द ही झारखंड राज्य खाद्य सुरक्षा योजना से केवल ग्रीन राशन कार्ड बनाया जायेगा.
जिले में ग्रीन राशन कार्ड में है अभी 15,727 रिक्तियां
जिले में फिलहाल केवल ग्रीन राशन कार्ड बन रहे हैं. 17 जून (शाम सात बजे तक) तक 15,727 रिक्तियां बची हुई थीं. जिले का ग्रीन राशन कार्ड बनाने की अधिकतम 1,04,703 यूनिट ही है. 17 जून (शाम सात बजे) तक 31,060 राशन कार्डों में से 88,976 यूनिट (परिवार सदस्य) कार्ड बन चुके हैं.राशन कार्ड बनाने में लग रहे 30-45 दिन
जानकारी के मुताबिक गरीबी रेखा के नीचे के लोगों के लिए आधारयुक्त नया ग्रीन राशन कार्ड बनाने में 30 से 45 दिन लग जा रहे हैं. इसके लिए आवेदन करने वाले को नाम व पता का प्रमाण आधार कार्ड के साथ ऑनलाइन आवेदन करना होगा. इसके लिए अपने स्मार्ट फोन से या नजदीक के प्रज्ञा केंद्र से आवेदन किया जा सकता है. इसमें ऑनलाइन आवेदन संबंधित इलाके के मार्केटिंग ऑफिस (शहरी क्षेत्र में मार्केटिंगऑफिसर, ग्रामीण इलाके में प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी) के लॉग इन में आवेदन आता है, उक्त स्टेज से एनओसी मिलने पर डीएसओ लॉन इन में आयेगा, डीएसओ लॉग इन से रांची राज्य मुख्यालय के एनआइसी सेंट्रल सर्बर में डाटा जायेगा. सेंट्रर सर्बर से जिला के रिक्तियों के मुताबिक राशन कार्ड का नंबर सेंट्रल सर्बर जनरेट होगा. उक्त नंबर से लाभुक अपना ऑनलाइन राशन कार्ड प्रिंट ले सकेंगे. सूत्रों के मुताबिक रिक्तियों में 75 फीसदी आवेदन से नया राशन कार्ड व शेष 25 फीसदी सदस्यों के नया नाम जोड़ने के लिए अलग किया गया है.सफेद राशन कार्ड के लिए लंबे समय से कोई आवेदन नहीं कर रहा है
गरीबी रेखा के ऊपर के लोगों के लिए सफेद राशन कार्ड है, लेकिन उक्त राशन कार्ड से अनाज नहीं मिलता है, इस कारण लंबे समय इसे कोई नहीं आवेदन कर रहा है, हालांकि काफी कम लोग अपना नाम, पता आदि के लिए सफेद राशन कार्ड बनाते हैं. पूर्व में सफेद राशन कार्ड पर कार्डधारियों को केवल दो लीटर किरोसिन मासिक मिलता है, लेकिन वह भी पिछले 10-12 सालों से बंद हो चुका है.राशन के अधिक आवेदन के कारण जिले में में डीएसओ को दो लॉग इन है
जिले में राशन कार्ड के अधिक आवेदन को लेकर दो डीएसओ लॉग इन हैं. इसमें एक लॉग इन डीएसओ सलमान जफर खिजरी संभालते हैं, जबकि दूसरा डीएसओ लॉग इन विशिष्ट अनुभाजन पदाधिकारी (एसओआर) महेंद्र कुमार ( शहरी क्षेत्र) संभालते हैं. जिले में डीएसओ का दो लॉग इन सरकारी नियम से बनाया गया है. हालांकि राज्य के दूसरे जिले में डीएसओ का एक लॉग इन ही कार्यरत है.कोल्हान प्रमंडल में कहां कितने किस श्रेणी के राशन कार्डधारी
जिला -पीएचएच -अंत्योदय -ग्रीन -सफेद
पूर्वी सिंहभूम -3,90,756-55,830 -31,060-40,687पश्चिम सिंहभूम -2,27,791-95,292 -23522-19,151सरायकेला खरसावां-1,95,090-33,686 -15,163-12,779वर्जनलोकसभा चुनाव को लेकर राशन कार्ड बनाने के दो हजार से ज्यादा आवेदन लंबित थे, आदर्श आचार संहिता समाप्त होने के बाद दो सप्ताह में 1850 राशन कार्ड बनाने को अग्रसरित कर दिया गया है. सलमान जफर खिजरी, जिला आपूर्ति पदाधिकारी, पूर्वी सिंहभूम.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है