बेगूसराय.
गांधी स्टेडियम में बकरीद पर नमाज अदायगी का कार्यक्रम आयोजित किया गया. इस दौरान सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ते इंतजाम किये गये थे. नवाज अदायगी के बाद मुस्लिम समुदाय के लोगों ने एक दूसरे से गले मिलकर बकरीद की मुबारकबाद दी. वहीं सुरक्षा के दृष्टिकोण से सदर डीएसपी सुबोध कुमार सिंह खुद गांधी स्टेडियम में मौजूद रहे एवं चारों तरफ सुरक्षा व्यवस्था के उक्त इंतजाम में लग रहे. शांतिपूर्ण वातावरण में बकरीद पर्व बेगूसराय जिले में संपन्न हुआ. सभी एक-दूसरे से गले मिलते हुए बधाई दी. मौके पर डॉ जमशेद ने बकरीद पर्व की महत्ता पर बिंदुबार जानकारी दी. जिले के साथ-साथ सभी प्रखंड क्षेत्रों में सौहार्दपूर्ण वातावरण में बकरीद पर्व संपन्न हुआ. चेरियाबरियारपुर संवाददाता के अनुसार सोमवार को ईद-उल-अजहा का त्योहार क्षेत्र में उल्लास पूर्वक मनाया गया. उक्त त्योहार के अवसर पर अहले सुबह से ही लोगों में जबरदस्त उत्साह देखा गया. मुस्लिम अकीदतमंद सुबह सवेरे से नहा-धोकर अपने अपने ईदगाहों एवं मस्जिदों में ईद-उल-अजहा की नमाज अदा की. नमाज से पूर्व जामा मस्जिद मेहदा शाहपुर के साबिक इमाम मुफ्ती सरफराज ने ईद उल अजहा के फजाइल व बरकात की जानकारी देते हुए हरेक साहिबे नेसाब को खुशदिली के साथ खुदा की राह में कुर्बानी का नजराना पेश करने की अपील की. साबिक इमाम ने कहा खुदा ने अपनी मुकद्दस किताब कुरान करीम में फरमाया है. जानकारी अनुसार पबड़ा, कमला, मेहदा शाहपुर, मंझौल, सिउरी, चेरियाबरियारपुर, करोड़, सकरबासा, बसही, परमानंदपुर सहित अन्य पंचायतों में उक्त त्योहार शांतिपूर्वक संपन्न हो गया.वीरपुर संवाददाता के अनुसार
थाना क्षेत्र में सोमवार को मुस्लिम भाईयों ने बकरीद पर्व हर्सोल्लास पूर्ण बातावरण में मनाया. क्षेत्र के मुजफ्फरा, टोलापर, नौला, सरौंजा, फुलकारी, कारीचक, मैदा बभनगामा, सहुरी, जगदर एवं वीरपुर में सुबह सात बजे से ही नवाज स्थल पर नये नये कपड़े पहन कर नौजवान, बुढे, बच्चे का हुजूम नवाज अदा करने के लिए उमड़ परा. कहीं चूक न हो जाये. इसके लिए सदर डीएसपी ने नेतृत्व में इंस्पेक्टर सह थानाध्यक्ष संजीव कुमार के नेतृत्व में पुलिस की टीम क्षेत्र में लगातार गश्त कर रही थी. भीषण गर्मी में भी गजब का उत्साह खासकर नौजवानों में देखा गया.मंसूरचक संवाददाता के अनुसार
प्रखंड क्षेत्र में बकरीद का पर्व लोगो ने हर्षोल्लास के साथ शांतिपूर्ण वातावरण में मनाया. बकरीद का नामाज ख्यातिप्राप्त सुप्रसिद्ध सरायनूरनगर के शाही मस्जिद, मसकंदरगाह, बहरामपुर, गुरदासपुर, मंसूरचक, गणपतौल, कस्टोली, आगापुर सहित अन्य मस्जिदों में लोगो ने निर्धारित समयानुसार नमाज अदा कर बखरीद पर्व की मुबारकबाद दी. सभी मस्जिदों में नमाज अदा करते समय पुलिस कैंप करती रही. यूं तो मंसूरचक थानाध्यक्ष रोहित कुमार गुप्ता अन्य पुलिस बल के साथ सभी गांव-कस्बो में देर शाम तक पैट्रोलिंग करते देखे गये. समसा एक पंचायत के मुखिया डॉ दिनेश कुमार राय, समसा दो पंचायत के मुखिया सह मुखिया संघ के प्रखंड अध्यक्ष मोहम्मद इजहार अंसारी, साठा पंचायत के पूर्व मुखिया सह कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अमीन उद्दीन, मंसूरचक पंचायत की मुखिया यासमीन खातुन, राजद नेता अरमान कुरैसी, बहरामपुर पंचायत के मुखिया धर्मवीर सिंह कुंदन, सरपंच कासीम उद्दीन सहित अन्य ने बखरीद पर्व के मौके पर सब से मिलकर मुबारकबाद दिया. तो दूसरी तरफ समसा दो पंचायत के मुखिया ईजहार अंसारी ने नमाज अदा के बाद सबसे पहले अपनी धर्मपत्नी से हाथ मिलाकर बखरीद पर्व की मुबारकबाद दिया. उसके बाद अन्य जगह जाकर मुबारकबाद दी. मुस्लिम भाइयों अपने-अपने घर के अंदर बकरीद पर पाठा का कुर्बानी दिया.खोदावंदपुर संवाददाता के अनुसार
सोमवार की सुबह मुस्लिम आस्था का महत्वपूर्ण पर्व ईद-उल-अजहा प्रशासनिक चौकसी के बीच शांतिपूर्ण माहौल में संपन्न हो गया. खोदावंदपुर प्रखंड क्षेत्र में मुस्लिम भाइयों ने मस्जिदों एवं ईदगाहों में नमाज अदा की और अमन चैन की दुआएं मांगी. एक-दूसरे को गले मिलकर ईद-उल-अजहा दिली की मुबारकबाद दी. मौके पर ईदगाहों व मस्जिदों में इमाम ने पर्व की महत्ता, कुर्बानी की महत्ता व पर्व के इतिहास की जानकारी देते हुए एक दूसरे पर कुर्बान होने की अपील करते हुए संकल्प दुहराया. नमाज के बाद मुस्लिम भाइयों ने बकरे की कुर्बानी दी और धार्मिक मान्यताओं के आधार पर गोश्त का बंटवारा कर पर्व में हिस्सा लिया. पर्व को लेकर हर जगह प्रशासनिक व्यवस्था चौकस दिखीं. विभिन्न चौक चौराहों, मस्जिदों, ईदगाहों समेत अन्य जगहों पर पर्याप्त पुलिस बल व दंडाधिकारी मुस्तैद रहे. बकरीद के अवसर पर अहले सुबह से ही लोगों में जबरदस्त उत्साह देखा गया. मुस्लिम अकीदतमंद सुबह सवेरे नहा-धोकर ईदगाह एवं मस्जिदों में पहुंचे तथा इद-उल-अजहा की नमाज अदा की. मिली जानकारी के अनुसार सागी, दौलतपुर, बाड़ा, बरियारपुर पश्चिमी, मटकोरा, दरगाह, बरियारपुर पूर्वी, फफौत, मेघौल, सिरसी, योगीडिह, तेतराही, नुरुल्लाहपुर, मिर्जापुर, चकयद्दू मालपुर, खोदावंदपुर सहित अन्य गांवों में त्योहार शांतिपूर्ण माहौल में संपन्न हो गया. इस अवसर पर सुरक्षा व्यवस्था में पुलिस प्रशासन चाक-चौबंद दिखे. वहीं एसडीएम प्रमोद कुमार, एसडीपीओ नवीन कुमार, पुलिस निरीक्षक निगम कुमार वर्मा, बीडीओ नवनीत नमन, थानाध्यक्ष मिथिलेश कुमार के नेतृत्व में पुलिस बल लगातार गश्ती करते दिखें, जबकि सभी मस्जिदों व इदगाहों में सुरक्षाबल मुस्तैद नजर आये. साथ ही मस्जिदों व इदगाहों पर पंचायत प्रतिनिधि भी मुस्तैद दिखें.बलिया प्रतिनिधि के अनुसार
सोमवार को हर्षोल्लास के साथ ईद उल जुहा बकरीद का पर्व मनाया गया. मुसलमान भाईयों ने सुबह सवेरे स्नान कर पवित्र होकर ईदगाहों में बकरीद की नमाज अदा की. इस दिन को त्याग और कुर्बानी के तौर पर याद किया जाता है. इस्लामी कैलेंडर के अनुसार, हर साल आखिरी माह ज़ु अल-हज्जा की 10 वीं तारीख को बकरीद का पर्व मनाया जाता है. यह पर्व पैगंबर हजरत इब्राहिम से ही कुर्बानी देने की प्रथा शुरू हुई थी. इस दिन लोग नमाज पढ़ते हैं, जानवरों की कुर्बानी देते हैं. साथ ही ज़रूरतमंदों में खाना बांटते हैं. इद उल जुहा को शांतिपूर्ण संपन्न कराने को लेकर स्थानीय पुलिस प्रशासन के द्वारा सुरक्षा के कड़े इंतजाम किये गये थे. विभिन्न चौक- चौराहों एवं ईदगाहों के समीप पुलिस बल की तैनाती की गयी थी.बरौनी प्रतिनिधि के अनुसार
कुर्बानी का त्योहार ईद-उल-अजहा (बकरीद) सोमवार को बरौनी, गढ़हरा आसपास क्षेत्र में उत्साह के साथ मनाया गया. मुस्लिम समुदाय के लोगों ने ईदगाह और मस्जिदों में सामूहिक तौर पर ईद उल अजहा (बकरीद) की नमाज अदा करने के बाद एक दूसरे से गले मिलकर मुबारकबाद दिया. दरगाह रोड बरौनी स्थित पुरानी ईदगाह, जामा मस्जिद बरौनी के इमाम व खतीब मुफ्ती कयामुद्दीन ने सुबह साढ़े छह बजे नमाज पढ़ाया. ईद उल अजहा की विशेष नमाज अदा कर समाज एवं देश में शांति, अमन और सद्भावना के लिए सभी ने मिलकर दुआएं मांगी. इस अवसर पर अहले सुबह नमाज अदा करने के लिए ईदगाह एवं मस्जिद में एकत्रित हुए से मुस्लिम समुदाय के लोगों को मुफ्ती कयामुद्दीन ने कहा कि बकरीद यानी ईद उल अजहा इस्लाम धर्म का दूसरा सबसे प्रमुख त्योहार है. इस्लामिक कैलेंडर के अनुसार बारहवें महीने की 10 तारीख को बकरीद का त्योहार मनाया जाता है. इस दिन इस्लाम धर्म के लोग मस्जिद और ईदगाह में जाकर नमाज अदा करते हैं और फिर कुर्बानी देते हैं. यह कुर्बानी का सिलसिला हजरत इब्राहिम से शुरू हुआ है. हजरत इब्राहीम 80 साल की उम्र में पिता बने थे. उनके बेटे का नाम इस्माइल था. हजरत इब्राहिम अपने बेटे इस्माइल को बहुत प्यार करते थे. एक दिन हजरत इब्राहिम को ख्वाब आया कि अपनी सबसे प्यारी चीज (अपना लड़का) को कुर्बान कीजिए. इस्लामिक जानकार बताते हैं कि ये अल्लाह का हुक्म था और हजरत इब्राहिम ने अपने प्यारे बेटे को कुर्बान करने का फैसला लिया. और अपने बेटे को कुर्बानगाह ले जाकर अपने बेटे को औंधे मुंह लेटा कर हाथ पैर बांध दिया. और हजरत इब्राहिम ने अपनी आंखों पर पट्टी बांध ली, वहीं बेटे इस्माइल की गर्दन पर छुरी चला दी. लेकिन खुदा को मंजूर कुछ और था. खुदा हजरत इब्राहीम और इस्माइल की इम्तहान लेना चाहते थे. जिसमें वो कामयाब रहे. और इस्माइल की जगह खुदा ने एक दुम्बा (बकरा) भेज दिया और खुदा (अल्लाह) के हुक्म से इस्माइल की जगह हजरत इब्राहिम की छुरी दुम्बा पर चली. इसी बजह से रहती दुनिया तक हर मालदार मुसलमान पर जानवर की कुर्बानी वाजिब करार दिया गया. यह कुर्बानी हजरत इब्राहीम की सुन्नत है. इस तरह जानवरों की कुर्बानी की यह परंपरा शुरू हुई. बकरीद के दिन कुर्बानी के गोश्त को तीन हिस्सों में बांटा जाता है. एक खुद के लिए, दूसरा सगे-संबंधियों के लिए और तीसरा गरीबों के लिए, पर्व को लेकर विशेष तौर पर बच्चों में जबरदस्त खुशी देखी गयी. इस मौके पर विभिन्न मस्जिदों और ईदगाहओं में अमन कायम रखने के लिए मजिस्ट्रेट और पुलिस फोर्स की तैनाती की गयी थी. इस दौरान सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किये गये थे. बकरीद पर्व को लेकर दरगाह रोड ईदगाह और मस्जिदों की साफ-सफाई नगर प्रशासन के द्वारा की गयी थी. बरौनी इलाके के दीनदयाल रोड स्थित जामा मस्जिद, फुलवरिया गंज रहमानी ईदगाह, बारो मस्जिद और ईदगाह में नमाज अदा की गयी.डंडारी प्रतिनिधि के अनुसार
प्रखंड क्षेत्र में सोमवार को बकरीद का पर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था व शांतिपूर्ण वातावरण में आपसी भाईचारे के बीच मनाया गया. इस पर्व को लेकर मुस्लिम धर्मावलंबियों ने सुबह को नहा-धोकर नये कपड़े पहनकर मस्जिदों में पवित्र ईद की नमाज अदा की और अमन चैन की दुआएं मांगी. वहीं एक- सरे को मुबारकबाद दी. ईद उल अजहा के इस पर्व में नमाज के बाद हजरत इब्राहिम के तारीफों पर कुर्बानी की यादगार के तौर पर व खुदा के नाम पर बकरे की कुर्बानी दी गयी. बताया जाता है कि करीब पांच हजार वर्ष से दुनिया भर करोड़ों इस्लाम धर्मावलंबी इस घटना चक्र को यादगार के रूप में मानते चले आ रहे हैं. यह भी कहा जाता है कि अल्लाह ने हजरत इब्राहिम को हुक्म दिया था कि अपनी सबसे प्यारी चीज को मेरी राह में कुर्बान करो. इस हुक्म के बाद हजरत इब्राहिम ने अपने बेटे इस्माईल को अल्लाह की राह में कुर्बान करना चाहा मगर छुरी इस्माईल के गर्दन को न काट सारी. इसी घटना को विश्व भर के मुस्लिम धर्मावलंबी द्वारा कुर्बानी के तौर पर याद किया जाता है. पैगंबर मोहम्मद ने भी फरमाया कि कुर्बानी करने से अल्लाह की नजदीकियां हासिल होती हैं. इसके बाद हजरत इब्राहिम की खिदमत में दुबां पेश किया गया और उन्हें कुर्बानी पेश की. यही वह कुर्बानी है जो यादगार के तौर पर की जाती है. इसी याद को ताजा करने के लिए मुस्लिम धर्मावलंबी कीमती से कीमती बकरा खरीद कर कुर्बानी करते हैं. कटहरी, बांक, तेतरी, डंडारी, विशनपुर, पीरनगर, सिसौनी आदि गावों में इस पर्व को लेकर खासा उत्साह देखा गया.नावकोठी प्रतिनिधि के अनुसार
त्याग और बलिदान का पर्व ईद उल अजहा हर्षोल्लास के वातावरण में मनायी गयी. प्रखंड क्षेत्र के कुल 16 स्थानों पर मुसलमानों ने ईद उल अजहा की नमाज अदा की. विष्णुपुर, सैदपुर, देवपुरा, रजाकपुर, हसनपुर बागर सहित विभिन्न मस्जिदों में लोगों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी थी. बूढे बच्चे, जवान, विभिन्न रंगों के पोशाक पहने सिर पर टोपी लगाये सामूहिक नमाज में शामिल हुए. प्रशासनिक स्तर पर चाक चौबंद सुरक्षा व्यवस्था का बंदोबस्त किया गया था. थानाध्यक्ष दिनेश कुमार,पुलिस इंस्पेक्टर आनंद कुमार, सीओ सूरज कुमार, सहायक थानाध्यक्ष अरविंद शुक्ला, सब इंस्पेक्टर मनोज प्रसाद, विश्वजीत कुमार एवं प्रतिनियुक्त मजिस्ट्रेट एवं पुलिस बल सुबह छह बजे से इलाके में घूम घूम कर शांति के साथ थाना क्षेत्र के विभिन्न मुस्लिम गांवों में पर्व को संपन्न कराया. मुसलमानों ने नमाज में ईमान और अकीदत के साथ अल्लाह से मुल्क की तरक्की सलामती, भाईचारे, अमन वो शांति की दुआएं मांगी. नमाज के बाद लोगों ने गले मिलकर एक दूसरे को पर्व की मुबारकबाद दी. सक्षम एवं मालदार लोग अपने घरों में बकरे की कुर्बानी का रस्म अदायगी की. मौके पर मुखिया राष्ट्रपति कुमार, दिनेश यादव, अभिषेक कुमार पिंटु, अजय सहनी, मुखिया प्रतिनिधि टुनटुन पोद्दार, रंजीत कुमार पमपम, मुकेश पासवान, सुरेंद्र पासवान, उप प्रमुख नंदकिशोर पासवान, जिप प्रतिनिधि डाॅ राजेंद्र शर्मा सहित अन्य मौजूद थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है