रंगरा चौक प्रखंड के जहांगीरपुर वैसी गांव के बहेलिया टोला के ग्रामीणों ने तिनका-तिनका जोड़ कर एक शिक्षा का मंदिर खड़ा किया था, लेकिन शिक्षा विभाग ने ग्रामीण भावना की कद्र किये बिना इस स्कूल को बंद कर दिया. प्राथमिक विद्यालय बहेलिया टोला में ग्रामीणस्तर से बनाये गये झोपड़ीनुमा भवन आज भी है. बैंच, डेस्क, ब्लैक बोर्ड समेत अन्य संसाधन आज भी यहां हैं, लेकिन बच्चों की किलकारी और स्कूल की घंटी की आवाज नहीं सुनाई देती है. एक बार फिर बहेलिया टोला के ग्रामीण स्कूल को फिर से अस्तित्व में लाने के लिए एड़ी-चोटी का जोड़ लगा दिये हैं. ग्रामीण लगातार शिक्षा विभाग के कार्यालय और जनप्रतिनिधियों के दफ्तरों की दौड़ लगा रहे हैं.
तीन किमी दूर पढ़ने जाते थे बच्चे
, ग्रामीणों ने दो कट्टा जमीन खरीद कर बनाया था स्कूलजहांगीरपुर वैसी बहेलिया टोला से मध्य विद्यालय जहांगीरपुर वैसी की दूरी लगभग तीन किलोमीटर है. ऐसी स्थिति में ग्रामीणों ने वर्ष 2013 में चंदा कर दो कट्ठा जमीन की खरीदारी की. वहां पूर्व से ही एक कच्चा भवन था, उसी में स्कूल की शुरुआत की गयी. वर्ष 2014 से शिक्षा विभाग के स्तर से यहां पर विद्यालय का संचालन किया जाने लगा. वर्ष 2018 में शिक्षा विभाग के कहने पर ग्रामीणों ने उक्त जमीन राज्यपाल के नाम से कबाला कर दिया. वर्ष 2021 में विधायक फंड से स्कूल तक पहुंचने के लिए सड़क बनवायी गयी तो दूसरी तरफ विद्यालय के जर्जर भवन को तोड़ कर ग्रामीण स्तर से झोपड़ीनुमा वर्ग कक्ष बनाया गया. ग्रामीण संतुष्ट थे, बच्चों की संख्या में अब सौ के करीब थी. शिक्षा विभाग के निर्देशानुसार विद्यालय का संचालन किया जा रहा था, लेकिन पिछले वर्ष एकाएक शिक्षा विभाग ने विद्यालय को भवनहीन और भूमिहीन घोषित करते हुए बंद कर दिया.
ग्रामीणों का कहना है, लौटा दिये जायें उनके विद्यालय
विद्यालय सचिव विवेकानंद राय ने पदाधिकारियों को दिये आवेदन में लिखा है कि गलत सूचना दे कर विद्यालय को बंद कराया गया. विद्यालय को अपनी जमीन है और कमा चलाऊ वर्ग कक्ष भी है. सभी प्रकार के संसाधन स्कूल में हैं. यहां नामांकन के अनुसार बच्चों की उपस्थिति भी ठीक-ठाक थी. ग्रामीण अरुण शर्मा, सीताराम राय, फौदारी राय, अरुण मंडल, शंभु मंडल, दाहू राय आदि ने बताया कि इन दिनों टोले के कई बच्चे दूर होने की वजह से विद्यालय नहीं जा पा रहे हैं. ऐसी स्थिति रहेगी तो उनलोगों के बच्चे पढ़ नहीं पायेंगे. ग्रामीणों ने कहा कि गोपालपुर विधानसभा के विधायक नरेंद्र कुमार नीरज उर्फ गोपाल मंडल ने उनलोगों को सकारात्मक आश्वासन दिया है. जबकि वे लोग शिक्षा विभाग के कार्यालयों में लगातार जा कर अपनी बात रख रहे हैं.
कहते हैं पदाधिकारी
प्राथमिक शिक्षा सह सर्व शिक्षा अभियान के डीपीओ डाॅ जमाल मुस्तफा ने बताया कि जिले में अब तक 121 भूमिहीन और भवनहीन विद्यालयों को मूल स्कूलों में मर्ज किया जा चुका है. बहेलिया टोला विद्यालय को फिर से अस्तित्व में लाने के लिए नियम के अनुसार कार्रवाई की जा रही है.
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