कटिहार. मरीजों को एंबुलेंस की बेहतर सुविधा मिल रही है या नहीं, एंबुलेंस की फर्स्ट ट्रीटमेंट काम कर रहा है या नहीं, इसको लेकर गठित मेडिकल ऑफिसर डॉ सुशांत कुमार, अस्पताल मैनेजर चंदन कुमार सिंह ने सदर अस्पताल अंतर्गत 102 एंबुलेंस की जांच की. एंबुलेंस के तकनीकी सभी इंस्ट्रूमेंट आदि की जांच की. जांच के दौरान मरीजों को एंबुलेंस में मिलने वाले पहले ट्रीटमेंट की सभी संसाधन सभी मशीन तथा ऑक्सीजन, दवाई की एक्सपायरी आदि की जांच करते हुए एंबुलेंस ईएमटी को कई दिशा निर्देश भी दिया. एंबुलेंस की जांच करते हुए डॉक्टर ने एंबुलेंस के अंदर सारे उपकरण सही है या नहीं, मरीज को मिलने वाली ऑक्सीजन सप्लाई सही तरीके से कम कर रही है या नहीं तथा एंबुलेंस के अंदर लगने वाले मरीजों को फर्स्ट ट्रीट की सभी दवाई की भी बारीकी से जांच की. जांच के दौरान एंबुलेंस में कुछ खामियां भी नजर आयी. जिसको जल्द दुरुस्त करने का सख्त निर्देश दिया गया. यहां तक कि एंबुलेंस के अंदर किस अवस्था में दवाई रखी जाती है. इसकी भी जांच की गयी. एंबुलेंस के फीचर्स सही तरीके से काम कर रहा है कि नहीं इसकी भी जांच की. जांच के दौरान देखा गया की दवाई पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है या नहीं जो गाइडलाइन है. उसके अनुसार दवाई रखी जा रही है कि नहीं. ऑक्सीजन सप्लाई के सारे व्यवस्था ठीक तरीके से कम कर रहे हैं या नहीं इसकी पूरी बारीकी से जांच की गयी. एंबुलेंस में कुछ कमी पायी गयी जैसे की पर्याप्त मात्रा में दवाई उपलब्ध नहीं होने पर उन्हें फौरन सभी गाइडलाइंस के अनुसार दवाई को स्टोर में रखे जाने का निर्देश दिया गया. डॉ सुशांत कुमार ने एंबुलेंस के टेक्नीशियन से फर्स्ट ट्रीटमेंट के बारे में भी जानकारी लिए पूछा गया कि किस अवस्था में मरीज को कैसे ट्रीटमेंट एंबुलेंस के अंदर दिया जाता है. कुल मिलाकर एंबुलेंस के जांच के उपरांत कुछ छोटी-मोटी कमी मिलने पर उसे तुरंत सुधार करने का निर्देश दिया गया.
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