बोकारो. जनता मजदूर सभा के बैनर तले मजदूरों के साथ आम नागरिकों ने सोमवार को बोकारो जनरल अस्पताल (बीजीएच) में बेहतर चिकित्सा व व्यवस्था में सुधार की मांग को लेकर अस्पताल के गेट पर मौन प्रदर्शन किया. यूनियन अध्यक्ष साधु शरण गोप ने कहा कि निजी अस्पतालों को विकसित करने के लिए बीजीएच को रणनीति के तहत बर्बाद किया जा रहा है, ताकि मरीज निजी अस्पतालों की ओर रूख करें. वहीं बीजीएच के चिकित्सक निजी अस्पतालों में अपने को रिटायर के बाद नियोजित करना चाह रहे हैं. विडंबना है कि इसके दोषी कोई और नहीं, बल्कि वे हैं जिनकी शहर के बीच विशिष्ट पहचान इसी प्लांट व अस्पताल से मिली है. श्री गोप ने कहा : बीजीएच में विशेषज्ञ डॉक्टर की कमी है. मरीजों का इलाज प्रशिक्षु डॉक्टर (डीएनबी) करते हैं. सीनियर सिर्फ खानापूर्ति करते हैं. रविवार को डॉक्टर नहीं रहते. चिकित्सीय मशीन तो नयी खरीदी जाती है, लेकिन उसे उचित तरीके से उपयोग के विशेषज्ञ का बहाली नहीं हो रहा है. आउटसोर्सिंग से डॉक्टर, टेक्नीशियन, नर्स, सफाई कर्मी बहाल हैं. दवाई की गुणवत्ता अव्वल नहीं है. शौचालय गंदे-टूटे पड़े हैं. इस कुव्यवस्था से तंग होकर मरीज निजी अस्पतालों की ओर रुख कर रहे हैं. इसे गंभीरता से नहीं लिया गया तो बीएसएल के विद्यालयों के भवन जैसा अस्पताल हो जायेगा.
बीजीएच के गुणवत्ता पर कोई समझौता नहीं करे बीएसएल
श्री गोप ने कहा कि प्रबंधन बोकारो को स्वस्थ रखने के लिए बीजीएच के गुणवत्ता पर कोई समझौता नहीं करे. अच्छे डॉक्टर, तकनीशियन, संसाधन, स्टाॅफ उपलब्ध कराये. जब तक यह व्यवस्था बहाल नहीं होगी, यूनियन प्रत्येक माह खिलाफ में प्रदर्शन करेगी. मौके पर महासचिव संदीप कुमार आश, सहदेव साव, बैद्यनाथ बेसरा, उमाशंकर गोप, अनिरुद्ध कुमार, राजू यादव, ललन यादव, प्रदीप सिंह, जेठू राम गोप, गंगाधर गोप, एसके यादव, सुरेश महतो, आरके यादव, सुभाष दास, गोराचांद गोप, लखन लाल, डीके सिंह, मुकेश कुमार, गोविंद साह, शिव शंकर लाल गुप्ता, अमर साह, देवाशीष, सुभाष हलदर आदि उपस्थित थे.
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