इस दौरान गैडाही की आदिवासी महिलाओं ने बीडीओ को बताया कि पानी टंकी तो लगाया गया है. लेकिन इससे पानी किसी दिन भी नहीं मिला है. इस भीषण गर्मी में एक बूंद भी पानी नहीं मिला हैं. इसे लेकर संवेदक के प्रति लोगों में आक्रोश भी देखने को मिला. इसके अलावा माहुरी, संतुरपी में नल जल योजना के तहत घरों में पानी नहीं मिल रहा है. वहीं पोखरिया पंचायत के मंढाला मोड़ के पास लगे पानी टंकी की जांच की गयी. ग्रामीणों ने बताया कि यहां पानी टंकी से पानी सभी घरों में नही पहुंच रहा है. इसके अलावा चेलिया टोला में ड्राय बोरिंग में टंकी बना दिया है. इसे चालू ही नहीं किया गया है.
तारानारी तालाब के पास टंकी की मशीन भी चोरी हो गयी है. टंकी में लीकेज होने से वह बंद पड़ी हुई है. इसके अलावा स्कूल के पास दो बोरिंग है. उसमे एक ही काम कर रहा है. इससे अन्य घरों में पानी नहीं पहुंच रहा है. जांच के पेयजल स्वच्छता विभाग के जेई लालू महतो, जेई त्रिभुवन महतो, जिप सदस्य दुर्गेश कुमार, पसस गुड़िया देवी, पोखरिया के पंसस गौतम कुमार, उदय सोनी, राजू कुमार, प्रकाश महतो समेत अन्य लोग मौजूद रहे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है