राउरकेला. राउरकेला इस्पात संयंत्र (आरएसपी) के सीपीटीआइ सम्मेलन कक्ष में यातायात और कच्चे माल, ब्लास्ट फर्नेस, स्टील मेल्टिंग शॉप और पीपीसी विभागों के लिए प्रदर्शन संवर्द्धन योजना यानि (परफॉर्मेंस एनहांसमेंट प्लान-पेप) कार्यशाला आयोजित की गयी. कार्यशाला का विषय ‘एबीपी को पूरा करने के लिए हॉट मेटल को 12050 टन प्रतिदिन से 13,500 टन प्रतिदिन तक ले जाना’ था. कार्यशाला के उद्घाटन समारोह की अध्यक्षता मुख्य महाप्रबंधक (एचआर-एलएंडडी) राजश्री बनर्जी ने की. इस अवसर पर महाप्रबंधक प्रभारी (टीएंडआरएम) हीरालाल महापात्र, बोकारो इस्पात संयंत्र के वरिष्ठ अधिकारी और आरएसपी के सभी संबद्धित विभागों के अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे. कार्यशाला में परिवहन, यातायात और कच्चा माल, ब्लास्ट फर्नेस-1 और 5, एसएमएस 1 एवं 2, योजना और उत्पादन नियंत्रण (पीपीसी) के अधिकारियों और कर्मचारियों सहित कुल 24 कर्मचारियों ने भाग लिया.
सामूहिक चर्चा और कार्य योजना की प्रस्तुति हुई
इस सत्र का संचालन बोकारो स्टील प्लांट के महाप्रबंधक (यातायात) राजेश कुमार ने किया. श्री कुमार ने कच्चे माल की आवाजाही से संबंधित अपने अनुभव और सर्वोत्तम प्रक्रियाओं को साझा किया. कार्यशाला में कच्चे माल की आवाजाही के प्रमुख मुद्दों और चुनौतियों तथा उपचारात्मक उपायों पर चर्चा की गयी. इसके बाद सामूहिक चर्चा और कार्य योजना की प्रस्तुति हुई. मुख्य महाप्रबंधक (आयरन) तथा कार्यकारी कार्यपालक निदेशक (वर्क्स) बीआर पलाई ने प्रत्येक कार्य योजना की समीक्षा की और बारीकियों पर चर्चा की. मुख्य महाप्रबंधक प्रभारी (स्टील) आरके पात्र, राजश्री बनर्जी, मुख्य महाप्रबंधक (सेवाएं) एमएनवीएस प्रभाकर और मुख्य महाप्रबंधक (एसएमएस-2) टीपी शिवशंकर भी समापन समारोह में उपस्थित थे. प्रारंभ में हीरालाल महापात्र ने स्वागत भाषण दिया. वरिष्ठ प्रबंधक (एचआरएलएंडडी) अर्नपूर्णा बेहेरा ने वरिष्ठ इंस्ट्रक्टर (एचआरएलएंडडी) बीडी पात्र के सहयोग से महाप्रबंधक (एचआरएलएंडडी) एच पति के मार्गदर्शन में कार्यक्रम का समन्वय किया.
‘प्रयास’ सत्र में ठेका श्रमिकों को किया गया जागरूक
राउरकेला इस्पात संयंत्र के एलएंडडी विभाग में ठेका श्रमिकों के लिए जागरूकता कार्यक्रम ‘प्रयास’ का एक सत्र आयोजित किया गया. कार्यक्रम में संयंत्र के विभिन्न क्षेत्रों में लगे कुल 38 ठेका श्रमिकों ने भाग लिया. महा प्रबंधक (एचआर-सीआइएस, आरएमएंडटी, परियोजनाएं और सीएलसी) संजय मेहरोत्रा ने समापन सत्र की अध्यक्षता की और विचार विमर्श सत्र को संचालित किया, जहां उन्होंने सीएलसी टीम के साथ ठेका श्रमिकों के लाभों, इएसआइ और भविष्य निधि आदि जैसे वैधानिक प्रावधानों से संबंधित शंकाओं को स्पष्ट किया. वरिष्ठ प्रबंधक (एचआर-सीएलसी) संगीता एम सिंदूर द्वारा व्यवहारिक सुरक्षा पर ध्यान केंद्रित करते हुए सुरक्षा के विभिन्न पहलुओं पर एक सत्र आयोजित किया गया. वेतन संरचना, बैंक भुगतान, पे-स्लिप, इएसआइ और पीएफ कवरेज, चिकित्सा लाभ आदि जैसे भुगतान और बकाया के संबंध में ठेका श्रमिकों के अधिकार और लाभ पर सत्र श्रम निरीक्षक (एचआर-सीएलसी) मनोज प्रधान द्वारा लिया गया. उप प्रबंधक (एचआर-सीएलसी) भरत महंतो ने फिल्मों, वीडियो क्लिपिंग और कहानियों के माध्यम से एसए-8000 के विभिन्न प्रावधानों, जैसे बाल श्रम, बंधुआ मजदूर, स्वास्थ्य और सुरक्षित कार्य वातावरण का प्रावधान, अधिकार, भेदभाव, काम के घंटे, सुरक्षा, मजदूरी आदि पर चर्चा की. मनोज प्रधान ने सीएलसी टीम के साथ कार्यक्रम का संचालन किया.
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