रांची. जीइएल चर्च काउंसिल ऑफ रांची कंग्रीगेशन महिला समिति का वार्षिक सम्मेलन सोमवार को गोस्सनर मिडिल स्कूल के सभागार में संपन्न हुआ. सम्मेलन की थीम बाइबल के वचन मत्ती 14 : 28 पर आधारित थी. मुख्य अतिथि बिशप सीमांत तिर्की ने बाइबल में वर्णित घटना का जिक्र किया, जिसमें प्रभु यीशु मसीह पानी पर चलते हैं. उन्हेें पानी पर चलता देख उनका चेला पतरस कहता है : हे प्रभु, यदि तू ही है तो मुझे अपने पास पानी पर चलकर आने की आज्ञा दे. यीशु उसे पास आने की आज्ञा देते हैं. पतरस पानी पर चलता है, लेकिन वह लहरों से डर जाता है और वह पानी में डूबने लगता है. प्रभु उसे बचाते हैं. बिशप सीमांत तिर्की ने कहा कि यह प्रसंग बताता है कि प्रभु पर विश्वास रखना जरूरी है. प्रभु पर विश्वास खौफ की वजह से नहीं बल्कि आदर की वजह से होना चाहिए. साथ ही प्रभु पर विश्वास हमें गलत मार्गों पर चलने से बचाता है. यदि हम बाइबल नहीं पढ़ते या प्रभु के वचनों को नहीं सुनते हैं, तो हमारा विश्वास डगमगाता है. इसलिए जरूरी है कि हम प्रभु के वचनों को सुनें और उस पर चलें. सेवानिवृत बिशप जोनसन लकड़ा ने कहा कि नित्य प्रार्थना जरूरी है. जब हम प्रार्थना करते हैं, तो प्रभु उसका प्रत्युत्तर देता है. महिला पादरी रेव्ह आशीषन बागे ने विपरीत परिस्थितियों में ईश्वर के प्रति महिलाओं की भूमिका विषय पर प्रकाश डाला. सिरिल लकड़ा ने भी संबोधित किया. सम्मेलन में अध्यक्ष शीला लकड़ा, सचिव लिली कुजूर, कोषाध्यक्ष कुसुम बागे, उपसभापति एलिस एक्का, कोषाध्यक्ष कुसुम बागे आदि शामिल हुईं.
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