संवाददाता, पटना
उन्होंने कहा कि आज उसी राजद के नेताओं का कानून-व्यवस्था पर ज्ञान देना एक तरह से उनके राज में पीड़ित हुए बिहारियों के साथ मजाक ही कहा जायेगा. आज जब नीतीश सरकार में अतिपिछड़ा समाज को उनका वाजिब अधिकार मिल रहा है, तो राजद के युवराज के सीने पर सांप लोट रहा है. अतिपिछड़ा समाज के जिन लोगों को यह अपने पांव की जूती समझते थे, नीतीश राज में उन्हें बढ़ता देख राजद के लोगों के पेट में मरोड़ उठने लगे हैं. हकीकत में बिहार की तमाम जनता, विशेषकर अतिपिछड़ा समाज को राजद से हमेशा सावधान रहना चाहिए.
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