Poisonous Snakes in Bihar: बिहार में जहरीले सांप की केवल 6 प्रजातियां पायी जाती हैं. पटना जिले की बात करें तो यहां राजधानी में सांपों की संख्या काफी कम है, जो भी सांप मिलते हैं वह मोकामा और बाढ़ के टाल क्षेत्र में ही पाये जाते हैं लेकिन जमुई व चंपारण में सांपों की संख्या सर्वाधिक है. पटना में सांप बरसात के दिनों में दिखते हैं और गर्मी की शुरूआत में यानी मार्च के महीने में पाये जाते हैं. बताएं आपको कि 10 प्रतिशत सांप जहरीले नहीं होते. जहरीले सांपों की बात करें तो पहला- कोबरा, दूसरा रसल्स वाइपर, तीसरा करैत, चौथा सॉ स्केल्ड वाइपर ये चारो प्रजाति सभी 38 जिलों में पाये जाते हैं. इन्हीं चारों के कारण सबसे ज्यादा मौत होती है.
हर साल करीब 5 हजार मौत
बिहार में सांप के काटने से हर साल करीब 5 हजार मौत होती है. बता दें इनमें से कई मौत हर्ट अटैक की वजह से भी हो जाती है. क्योंकि सांप काटने के दौरान कई लोग समझ नहीं पाते कि उन्हें क्या करना है, कहां ले जाना है, किसके पास दवाएं हैं. यह जानकारी आज भी कमी है. वहीं अस्पतालों में भी सांप काटने की दवा जिसे एंटी वेनम कहते हैं, वह भी न की मात्रा में उपलब्ध है.