पूर्णिया. आर्ट ऑफ गिविंग डे के अवसर पर भट्ठा मध्य विद्यालय में आयोजित कार्यक्रम में स्कूल के 40 बच्चों को कॉपी, पेन, पेंसिल और अन्य सामग्री प्रदान की गई तथा पीने की पानी के लिए एक ट्यूबवेल भी प्रदान किया गया. आर्ट ऑफ गिविंग के जिला संयोजक एके बोस ने बताया कि प्रख्यात शिक्षाविद और राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित अच्युत सामंत ने 2013 में आर्ट ऑफ गिविंग की स्थापना की थी और जिसका उद्देश्य है दयालुता और उदारता के माध्यम से दूसरों के लिए बिना शर्त और स्थाई प्रेम, शांति और खुशी एवम संतोष की प्रचुरता पैदा करना. उन्होंने कहा शिक्षाविद अच्युत सामंत जी का कहना था कि शांति और खुशी की कुंजी प्रत्येक व्यक्ति में देने की कला को उजागर करने में निहित है और यह दुनिया भर में देने की कला के अभ्यास को फैलाने, समर्थन करने और बढ़ावा देने के लिए एक गैर लाभकारी पहल है. श्री बोस ने कहा कि महिला सशक्तिकरण, सतत विकास और शांति और खेल को बढ़ावा देने में आर्ट ऑफ गिविंग प्रयत्नशील है. इस अवसर पर आंगनवाड़ी केंद्र के बच्चों को भी चटाई, स्लेट और पेंसिल प्रदान किया गया. यूथ हॉस्टल एसोसिएशन के राज्य कोषाध्यक्ष प्रीयेश रंजन ने संबोधित करते हुए कहा कि आर्ट ऑफ गिविंग द्वारा समाज के लोगों के बीच सौहार्द और भाईचारा को बढ़ाने का प्रयास किया जाता है तथा इसके संस्थापक अच्युत सामंत द्वारा 70 हजार गरीब बच्चों को मुफ्त शिक्षा और भोजन प्रदान किया जा रहा है. इस अवसर पर रिटायर्ड बैंक कर्मी गौतम भौमिक, प्रियेश रंजन, अशोक तिवारी और प्रधानाचार्य राम देव दास भी उपस्थित थे. फोटो -18 पूर्णिया 2- बच्चों के बीच पठन पाठन सामग्रियों का वितरण करते संस्था के लोग
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