दिघलबैंक.एक नव विवाहित को शेरशाहवादी बिरादरी के लड़के द्वारा अपहरण कर ले जाने के मामले को 9 दिन बीत जाने के बाद भी लड़की की बरामदगी नहीं हो पाई है. जिससे एक समुदाय के लोग काफी आक्रोशित हैं. आक्रोशित लोगों ने मंगलवार को दिघलबैंक बाजार के चुड़ीपट्टी मैदान में एक दिवसीय शांतिपूर्ण धरना दिया. धरने का नेतृत्व पूर्व विधायक गोपाल अग्रवाल ने किया. धरना सूरजापुर विकास मोर्चा के बैनर तले किया गया. अध्यक्षता सुंदरलाल गणेश ने की. धरना में उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए पूर्व विधायक श्री अग्रवाल ने कहा कि इस प्रकार के घटनाओं को नजरअंदाज नहीं किया जाएगा. पुलिस प्रशासन को चाहिए कि जल्द से जल्द लड़की को सुरक्षित बरामद करें और दोषी लड़के को गिरफ्तार कर कठोर से कठोर सजा दिलवायाी जाय. अगर पांच दिनों के अंदर लड़की की बरामदगी नहीं होती है तो सड़क जाम किया जाएगा.
क्या है मामला
दिघलबैंक थाना क्षेत्र के मोहामारी गिरी टोला गांव से बीते 9 जून को एक नव विवाहित हिंदू लड़की का दोगिरजा गांव निवासी मो अफसर अली के द्वारा अपहरण कर लिया गया. लड़की इस क्रम में अपने ससुराल से डेढ़ भर सोना, 50 भर चांदी व मकई बेचकर घर में रखे ढाई लाख रुपये लेकर भाग गई. इस संबंध में शुरुआती दिन से ही दिघलबैंक थाने में मामला दर्ज कर लड़की की खोजबीन की जा रही है पर अब तक कोई सुराग नहीं मिल पाया हैं. धरना प्रदर्शन में पूर्व विधायक श्री अग्रवाल ने कहा कि हमारा यह क्षेत्र गंगा जमुनी तहजीब का एक मिसाल है यहां दोनों समुदाय के लोग एक दूसरे के सुख-दुख में साथ देते हैं. मगर समाज के कुछ मनचले इस गंगा- जमुनी तहजीब को बर्बाद करना चाहते हैं. उन्होंने शेरशाहवादी बिरादरी के बुद्धिजीवी व जिम्मेवार लोगों का ध्यान आकर्षित कराया कि ऐसे लोगों पर आप लोग भी शिकंजा कसे. उसे समझाएं नहीं तो ऐसे लोग दोनों समुदायों के बीच में जो भाईचारगी है उसे खत्म कर देंगे. उन्होंने बताया कि यह कोई नया मामला नहीं हैं पिछले महीने के अंदर यह तीसरी ऐसी घटना घटी हैं.जहां शेरशावादी बिरादरी के मनचलों के द्वारा हिंदू समाज की लड़कियों के साथ ऐसी घटना की गयी है. अब इस तरह की घटना को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. पुलिस प्रशासन जल्द से जल्द लड़की को सकुशल बरामद करें और दोषी लड़के को कड़ी से करी सजा मिले नहीं तो आंदोलन जारी रहेगा. इस धरना प्रदर्शन में सैकड़ों की संख्या में लोग उपस्थित हुए और एक सुर में अपनी आवाज बुलंद की. उन्होंने कहा कि विगत दिनों 9 वीं कक्षा की नाबालिग छात्रा का भी अपहरण किया गया था. लेकिन संबंधित थानाध्यक्ष के द्वारा इस मामले में प्राथमिकी दर्ज नहीं की गयी एवं शिकायत करने गयी नाबालिग की मां को फटकार कर थाने से भाग दिया गया. इसके बाद पीड़िता की माता ने आरक्षी अधीक्षक से गुहार लगायी तब जाकर पुलिस सक्रिय हुई. श्री अग्रवाल ने कहा कि अपहृता अनुसूचित जाति से आती है. उसका अपहरण कर अपराधी उसे मुजफ्फरपुर ले गये लेकिन वहां ट्रैफिक पुलिस की तत्परता से नाबालिग सुरक्षित रूप से घर वापस आ पायी.
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