– मायागंज अस्पताल के इमरजेंसी व इंडोर विभाग के मरीजों को जांच के लिए करना पड़ा इंतजार
वरीय संवाददाता, भागलपुर
मायागंज अस्पताल में सीटी स्कैन जांच मंगलवार को भी शुरू नहीं हुई. मरम्मत करने वाले इंजीनियर मशीन का पार्ट्स लाने के लिए पांच दिन पहले कोलकाता जाने की बात कह अबतक वापस नहीं लौटे हैं. इस कारण 25 से अधिक मरीजों का सीटी स्कैन जांच नहीं हो पाया. इसी बीच मंगलवार को इमरजेंसी व इंडोर विभाग के मरीजों के लिए संचालित अल्ट्रासाउंड केंद्र पर जांच तीन घंटे बाद शुरू हुआ. जांच कराने के लिए कई मरीज ट्रॉली पर लेटे हुए डॉक्टर का इंतजार करते रहे. काफी इंतजार के बाद शुरू अल्ट्रासाउंड जांच शुरू हुआ. दिनभर में 75 मरीजों की अल्ट्रासाउंड जांच हुई. जबकि केंद्र पर रोजाना 100 से 110 मरीजों की अल्ट्रासाउंड जांच होती थी. दरअसल, अल्ट्रासाउंड जांच करने वाले चिकित्सक व सीनियर रेजिडेंट डॉ शहाबुद्दीन का बांड 20 जून को पूरा होने वाला है. बांड पूरा होने से दो दिन पहले ही वह छुट्टी पर चले गये. वहीं एक्सरे व मेडिको लीगल समेत ऑफिशियल काम पूरा करने के बाद डॉ मुकेश बिहारी ने अल्ट्रासाउंड जांच शुरू किया. अन्य दिनों के मुकाबले मंगलवार को 25 से 30 मरीजों की जांच नहीं हो पायी.
अब दो डॉक्टरों पर रेडियोलॉजी विभाग के काम का दबाव : मामले पर रेडियोलॉजी विभाग के एचओडी डॉ सचिन ने बताया कि अब मेरे अलावा डॉ मुकेश बिहारी बच गये हैं. डॉ बिहारी भी कांट्रैक्ट पर कार्यरत हैं. काम के दबाव को लेकर वह भी काम छोड़ने की बात कहते रहते हैं. अब अल्ट्रासाउंड जांच को लेकर यह समस्या तबतक बनी रहेगी. जबतक नये डॉक्टर की तैनाती नहीं हो जाती है. उन्होंने बताया कि पहले डॉ शहाबुद्दीन व डॉ मुकेश बिहारी समेत मेरे बीच एक्सरे, सीटी स्कैन व अल्ट्रासाउंड जांच का काम बंटा हुआ था. अब एक डॉक्टर कम होने के बाद स्थिति गंभीर हो गयी है.
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