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मुजफ्फरपुर यौन शोषण मामले में पुलिस ने कसा शिकंजा, कंपनी के CMD की गिरफ्तारी के लिए पटना से नोएडा तक छापेमारी

मुजफ्फरपुर नेटवर्क मार्केटिंग यौन शोषण मामले में फरार चल रहे कंपनी के सीएमडी मनीष सिन्हा उर्फ ​​मनीष कुमार पर जिला पुलिस ने शिकंजा कसना शुरू कर दिया है

मुजफ्फरपुर यौन शोषण केस: नेटवर्क मार्केटिंग कंपनी की जाल में फंसाकर सारण की युवती से ठगी व यौन शोषण करने के केस में फरार चल रहे कंपनी के सीएमडी मनीष सिन्हा उर्फ मनीष कुमार पर जिला पुलिस ने शिकंजा कसना शुरू कर दिया है. जिला पुलिस की विशेष टीम ने गोपालगंज के कररिया थाना स्थित पैतृक आवास से लेकर उसके पटना और नोएडा स्थित ठिकाने तक छापेमारी कर रही है. खबर लिखे जाने तक उसकी गिरफ्तारी नहीं हो पायी है.

पुलिस कंपनी के सेल्स हेड पूर्वी चंपारण जिले के रमगढ़वा थाना क्षेत्र के बेला निवासी एनामुल अंसारी के ठिकाने पर भी रेड की है. बताया जाता है कि 2023 में एनामुल के ऊपर दर्ज हुए पॉक्सो एक्ट के मामले के बाद फरार चल रहा है. सर्विलांस टीम उसके ठिकाने को ट्रेस करने में जुटी हुई है.

सारण की युवती के द्वारा कोर्ट परिवाद के आधार पर दर्ज कराये गए प्राथमिकी में अन्य नामजद आरोपी पूर्णिया जिला के बड़ा रहुआ के अहमद रजा, हाजीपुर वैशाली के विजय कुशवाहा, सीवान जिले के सिअरी सियाडी के कन्हैया कुशवाहा, सीवान जिले के मैरवां के मैदनियां के हृदयानंद सिंह, गोपालगंज के फुलवरिया थाना के लौध गांव निवासी हरे राम कुमार और सुपौल जिला के लौध के मो. इरफान के ठिकाने पर भी छापेमारी कर रही है. अहियापुर पुलिस का कहना है कि केस में नामजद सभी आरोपियों के ठिकाने पर रेड की जा रही है. जल्द ही उनको गिरफ्तार किया जाएगा.

कोर्ट में युवती का बयान दर्ज

अहियापुर थाने की पुलिस ने यौन शोषण का आरोप लगाकर एफआइआर दर्ज कराने वाली सारण की युवती का बुधवार को कोर्ट में प्रथम श्रेणी न्यायिक दंडाधिकारी कनिष्का शर्मा ने 164 का बयान दर्ज किया है. उसका बयान सीलबंद है.सीजेएम गुरुवार को सील खोलेंगे. इससे पहले सदर अस्पताल में मेडिकल जांच की प्रक्रिया पूरी कराने के बाद युवती को कड़ी सुरक्षा में लेकर कोर्ट पहुंची थी.

एसएसपी व सिटी एसपी ने की पीड़ित युवती से की पूछताछ

यौन शोषण का आरोप लगाने सारण जिले की युवती का कोर्ट में 164 का बयान दर्ज कराने के बाद पुलिस कार्यालय लाया है. यहां एसएसपी राकेश कुमार व सिटी एसपी अवधेश सरोज दीक्षित ने युवती से लंबी पूछताछ की है. किस तरह से वह डीबीआर कंपनी से जुड़ी उसके द्वारा कोर्ट परिवाद के आधार दर्ज कराये गये एफआइआर में जो भी आरोप लगाये गये थे. इन सभी बिंदुओं पर विस्तृत पूछताछ की गयी है.

डराने के लिए व्हाट्सएप ग्रुप में डाला जाता था बेल्ट से पिटाई करने का वीडियो

कंपनी से जुड़े लड़के व लड़कियों को डराने के लिए उनके व्हाट्सएप ग्रुप में मारपीट व पिटाई करने का वीडियो प्रसारित किया जाता था. सिटी एसपी ने बताया कि लड़की के मोबाइल में भी मारपीट का वीडियो भी मिला है. इस वीडियो की जांच करायी जा रही है. गिरफ्तार शातिर तिलक ने भी पूछताछ के दौरान बताया था कि टारगेट पूरा नहीं करने या पॉरफमेंस अच्छा नहीं रहने पर सीनियर के द्वारा कर्मियों को डराने के लिए पिटाई किया जाता था.

मारपीट का वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस ने बखरी से दो को उठाया

पुलिस ने कंपनी के कार्यालय में लड़की के बेल्ट से पिटाई करने का वीडियो वायरल होने के बाद बखरी इलाके में छापेमारी करके दो युवकों को उठाया है. वायरल वीडियो में दोनों की होने की आशंका है. पुलिस उनसे बुधवार देर शाम तक थाने में पूछताछ कर रही थी. उनके मोबाइल का कॉल डिटेल्स, सीडीआर व गैलरी भी खंगाल रही है. अब तक इस घटना में दो वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है. सिटी एसपी के अनुसार एक वीडियो का सत्यापन कर लिया गया है. वह दूसरे जिले का है. दूसरा वीडियो में कपड़ा खोलते हुए जो लड़की की तस्वीर वायरल हो रही है, इसकी जांच करायी जा रही है.

सेमिनार कराकर बड़े- बड़े राजनेता, बिजनेसमैन व पुलिसकर्मियों को करता था सम्मानित

कंपनी के सीएमडी व उसके कोर कमेटी के सदस्य बिहार, झारखंड, यूपी के बेरोजगार युवक व युवतियों को झांसे में लेने के लिए बड़े- बड़े होटलों में सेमिनार का आयोजन करता था. इसमें बड़े- बड़े राजनेता, बिजनेसमैन व पुलिसकर्मियों को बुलाता था. सिटी एसपी ने बताया कि कंपनी के कार्यालय से जो भी कागजात जब्त की गयी है. उसकी जांच की जा रही है. कंपनी का रजिस्ट्रेशन समेत सरकार की ओर से जो उसको कंपनी संचालक को लेकर जो आदेश दी गयी है, उसकी भी कागजात की जांच की जा रही है. हालांकि, 2021 में ही सरकार ने इस तरह की नेटवर्किंग कंपनी पर रोक लगाने का आदेश दिया था.

यौन शोषण के आरोपी तिलक से पूछताछ की पूछताछ पूरी, कोर्ट में प्रस्तुत करके भेजा गया जेल

अहियापुर पुलिस ने सारण जिले की युवती को नेटवर्क मार्केटिंग की जाल में फंसाकर यौन शोषण करने के आरोप में गोरखपुर से गिरफ्तार किये गये तिलक राज सिंह से बुधवार को पूछताछ पूरी हो गयी. अहियापुर पुलिस ने उसको दोपहर बाद कोर्ट में प्रस्तुत किया. जहां से उसको न्यायिक हिरासत में भेज दिया है. तिलक के मोबाइल का कॉल डिटेल्स, सीडीआर व सोशल मीडिया की चैटिंग को पुलिस टीम बारीकी से खंगाल रही है. तिलक ने पूछताछ में नेटवर्क मार्केटिंग को लेकर किये जा रहे फ्रॉड व शोषण को लेकर कई अहम जानकारी दी है. इसके आधार पर आगे की जांच की जा रही है. इधर, गोरखपुर से हिरासत में लिये गये दो अन्य संदिग्ध युवक से पूछताछ पूरी होने के बाद उनको पीआर बांड पर छोड़ दिया गया है.

मनीष सिन्हा, तिलक सिंह व एनामुल की संपत्ति की पुलिस करेगी जांच, करोड़ों रुपये कमाने की है आशंका

पुलिस की माने तो नेटवर्किंग कंपनी की पूरे देशभर से 70 से अधिक कार्यालय चलती है. इसमें सैकड़ों लड़के- लड़कियां काम करती है. मुजफ्फरपुर समेत उत्तर बिहार में कंपनी के कर्मियों पर नौकरी दिलाने के नाम पर लाखाें रुपये की ठगी करने व यौन शोषण समेत कई गंभीर आरोप लगे हैं. इसकी प्राथमिकी भी दर्ज करायी गयी है. आशंका है कि नेटवर्क मार्केटिंग की आर में कंपनी की सीएमडी मनीष सन्हा, मैनेजर तिलक राज सिंह व वरीय पदाधिकारी एनामुल हक ने करोड़ों की संपत्ति अर्जित कर रखी है. पुलिस उनकी जांच कर रही है. संपत्ति का आकलन करने के बाद इओयू को जब्ती का प्रस्ताव भी भेजा जाएगा.

यौन शोषण की शिकार युवती के भाई ने कहा, पुलिस पर पूरा भरोसा है, आरोपी पर सख्त कार्रवाई हो

तिलक सिंह पर यौन शोषण का आरोप लगाने वाली सारण जिले की युवती के भाई ने बताया कि उसको बिहार पुलिस पर पूरा भरोसा है. उसकी बहन के साथ जो बहुत गलत हुआ है. फेसबुक पर नौकरी के नाम पर उसकी बहन को ट्रैप किया गया . उसको बखरी स्थित कार्यालय में रखा गया. वहां उसके साथ ज्यादती की गयी. जब बखरी कार्यालय में रेड हुआ तो उसकी बहन को हाजीपुर ले जाया गया. वहां जबरन तिलक सिंह के द्वारा शादी की गयी. फिर, 200 रुपये देकर छोड़ दिया गया . अब तक जिला पुलिस ने जो कार्रवाई की है उससे वह संतुष्ट है. उसका कंपनी से जुड़े किसी भी आरोपी से कोई पहचान नहीं थी.

सारण की युवती के द्वारा डीबीआर कंपनी से जोड़े गये 52 लड़के- लड़कियों का पुलिस दर्ज करेगी बयान

प्राथमिकी में सारण जिले की युवती ने बताया था कि उसको कंपनी में शेयर देने का झांसा देकर नए लड़के लड़कियों को कंपनियों से जोड़ने का झांसा दिया गया था. इसके बाद उसने 52 से अधिक लड़के- लड़कियों को कंपनी से जोड़ा था. अब पुलिस उन सभी लड़के व लड़कियों के नाम पते की जानकारी पीड़ित युवती से मांगी है. पुलिस उनके नाम- पते का सत्यापन करने के बाद उनका बयान दर्ज करेगी. कहीं, इनमें जो लड़कियां शामिल है, उनके साथ भी तो बर्बरता या यौन शोषण नहीं किया गया है. पुलिस का कहना है कि कई लड़कियों के साथ यौन शोषण होने की बात कही जा रही है. लेकिन, कोई पीड़िता अब तक सामने नहीं आयी है.

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