जिलाधिकारी डॉ नवल किशोर चौधरी ने बुधवार को स्वास्थ्य विभाग के कार्यों की समीक्षा की. यह पाया गया कि भागलपुर जिला अंतर्गत निजी क्लिनिकों के द्वारा अपने संस्थान अंतर्गत प्रदान की जा रही एएनसी, टीकाकरण, प्रसव, परिवार नियोजन से संबंधित स्वास्थ्य सेवाओं के आंकड़ों की प्रविष्टि भारत सरकार के वेब पोर्टल एचएमआइएस पर नहीं किया जा रहा है. इस कारण जिले की संपूर्ण उपलब्धि परिलक्षित नहीं हो रही है. डीएम ने सभी निजी क्लिनिकों के संचालकों को उपलब्ध कराये जा रहे सेवाओं से संबंधित आंकडों की प्रविष्टि सरकार के उक्त पोर्टल पर प्रत्येक माह की पांचवीं तारीख तक हर हाल में अपलोड करने का निर्देश दिया. जिन निजी क्लिनिकों द्वारा उक्त कार्य नहीं किया जायेगा, उनके संस्थानों में छापा दल के द्वारा धावा देते हुए क्लिनिकल इस्टेबलिशमेंट एक्ट 2010 के तहत कार्रवाई की जायेगी.
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