= बीएयू में 27वीं शोध परिषद का दो दिवसीय बैठक शुरू
प्रतिनिधि, सबौर
बिहार कृषि विश्वविद्यालय में बुधवार को दो दिवसीय 27वीं शोध परिषद की बैठक मुख्य सभागार में की गयी. जिसका विधिवत उद्घाटन वीसी डाॅ डीआर सिंह सहित अन्य अतिथियों द्वारा संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलन कर किया गया. कार्यक्रम की अध्यक्षता बीएयू के कुलपति ने की. इस अवसर उन्होंने प्राकृतिक संसाधनों के संरक्षण, टाल एवं दियारा क्षेत्रों के विकास पर बल दिया और विश्वविद्यालय के द्वारा उन क्षेत्रों में चल रहे कार्यों की प्रशंसा की. किसानों की समस्याओं के निराकरण हेतु नई परियोजनाओं का प्रारूप तय होता है और नये-नये प्रभेदों और विकसित तकनीकों को किसानों के लिए रिलीज भी किया जाता है. निदेशक शोध डाॅ अनिल कुमार सिंह ने बैठक का स्वागत भाषण देते हुए विश्वविद्यालय में चल रहे शोध कार्यों के बारे में जानकारी दी. बताया कि विश्वविद्यालय में कुल 390 परियोजनाएं चल रही हैं, जिनमें 270 पूर्ण हो चुके हैं और इस वर्ष खरीफ में कुल 210 नये प्रोजेक्ट की स्वीकृति मिलने वाली है.वैज्ञानिकों की ओर से जारी परियोजना प्रगति पर चल रहा विचार-विमर्श
निदेशक शोध डाॅ अनिल कुमार सिंह ने बताया कि विश्वविद्यालय के कुशल निर्देशन के परिणाम स्वरूप कतरनी धान एवं लीची उत्पादकों को राष्ट्रपति द्वारा पुरस्कृत भी किया गया है. उद्घाटन सत्र के बाद तकनीक सत्र प्रारंभ कर दिया. जिसमें क्रमवार संबंधित वैज्ञानिकों के द्वारा परियोजना प्रगति पर विचार-विमर्श चल रहा है. बैठक का समापन गुरुवार को होना है. मौके पर नामचीन वैज्ञानिकों में प्रसिद्ध विशेषज्ञ भूतपूर्व अधिष्ठाता कृषि, चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं तकनीकी विश्वविद्यालय, कानपुर, उत्तरप्रदेश डाॅ सीपी सचान, भूतपूर्व मुख्य वैज्ञानिक एवं प्रधान,आईसीएआरएनबीएसएस एंड एलयूपी उदयपुर, राजस्थान डाॅ आरएस सिंह, दो प्रगतिशील महिला कृषक नीतू देवी, कुमारी संगीता और शशि कुमार मौजूद थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है