मोतिहारी. सदर अस्पताल में विचाराधीन बंदी मेघनाथ प्रसाद (24) का इलाज के दौरान बुधवार को मौत हो गयी. मृतक चकिया थाना के वैशाहा गांव का रहने वाला है. मृतक के परिजनों ने सदर अस्पताल में हंगामा किया. परिजनों ने चिकित्सकों पर लापरवाही का आरोप लगाया. बाद में समझाने-बुझाने के बाद मामला शांत हुआ. बताया जा रहा है कि उत्पाद विभाग मधुबन टीम ने उसे गिरफ्तार कर कांड संख्या 205-24 दर्ज कर जेल भेज दिया, जहां उसकी हालत ठीक नहीं होने के कारण उसे सदर अस्पताल के नशामुक्ति में 14 मई 2024 को भेजा गया. 17 मई 2024 को उसे ठीक होने पर डिस्चार्ज कर दिया गया, फिर 07 जून को उसकी तबियत खराब हो गयी. ईलाज के लिए सदर अस्पताल लाया गया, जहां फिर जेल भेज दिया गया. 15 जून को फिर तबियत खराब हुआ. ईलाज के लिए लाया गया. ठीक होने पर उसे फिर जेल भेज दिया गया. फिर 18 जून को उसका तबीयत खराब उसे, उसे इलाज के लिए सदर अस्पताल लाया गया, जहां बुधवार की सुबह उसकी मौत हो गयी. सूचना मिलते ही परिजन पहुंच गये और कैदी वार्ड के समीप हंगामा करने लगे. परिजन चिकित्सकों पर लापरवाही का आरोप लगे रहे थे. बाद में समझाने-बुझाने के बाद दोपहर में शव का पोस्टमार्टम कराया गया. शव का पोस्टमार्टम मजिस्ट्रेट कृष्णाकांत की देखरेख में मेडिकल बोर्ड के द्वारा किया गया. बोर्ड में डॉ नागमणि सिंह, डॉ अतहर हुसैन की देखरेख में डॉ मनीष कुमार ने पोस्टमार्टम किया.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है