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सचेतन नागरिक मंच ने सीएम को लिखा पत्र, तालचेर-बिमलगढ़ रेलपथ परियोजना में लायें तेजी

तालचेर-बिमलगढ़ रेलपथ परियोजना में तालचेर से सामल तक 27.55 किलोमीटर निर्माणकार्य हो चुका है. बाकी जल्द पूरा करने के लिए सीएम को पत्र लिखा गया है.

जगन्नाथ महतो, राउरकेला. राउरकेला सचेतन नागरिक मंच की ओर से बहुप्रतीक्षित तालचेर-बिमलगढ़ रेलपथ परियोजना का काम जल्द से जल्द पूरा करने को लेकर राज्य के नये मुख्यमंत्री मोहनचरण माझी का ध्यानाकर्षण कराया गया है. वहीं इस परियोजना से जुड़ी जमीन के अधिग्रहण के लिए अभी भी 354 एकड़ जमीन का अधिग्रहण नहीं होने से इस काम में देरी होने की बात कही है. जमीन अधिग्रहण का काम जल्द से जल्द पूरा कराने की अपील उन्होंने की है, ताकि सुंदरगढ़ जिले के बिमलगढ़ की ओर से भी काम शुरू किया जा सके. मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में मंच के अध्यक्ष बिमल बिसी ने कहा कि इस परियोजना में सुनाखानी-पाराबिल-खमार (52 किमी) का काम प्रगती पर है. लेकिन खमार-पाल्लहड़ा (लगभग 17 किमी) तक का काम अभी भी रुका हुआ है. यहां के लोग विकास, शिक्षा और बुनियादी ढांचा चाहते हैं, लेकिन जो लोग सत्ता में हैं और पाल्लहड़ा के लोगों का प्रतिनिधित्व करते हैं, वे विधानसभा क्षेत्र में किसी भी प्रकार के विकास को रोकने में सबसे आगे हैं. यदि पाल्लहड़ा रेलवे नेटवर्क से जुड़ जाता है, तो बहुत विकास होगा, क्योंकि लोग ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर के साथ-साथ पूरे देश की यात्रा करने में सक्षम होंगे. मंच ने कहा है कि हम पश्चिमी ओडिशा का नागरिक समाज राज्य के हित में आपके तत्काल हस्तक्षेप का अनुरोध करते हैं और जिस रेलवे परियोजना में देरी हुई है, उसमें और देरी नहीं की जानी चाहिए. मुख्यमंत्री से अनुरोध किया गया है कि शेष 10 फीसद भूमि लारा (जमीन अधिग्रहण व पुनर्वास प्राधिकरण) कोर्ट में है, जो उनके नियंत्रण में है. उनसे हस्तक्षेप करने का अनुरोध किया गया है, ताकि यह परियोजना दिसंबर 2026 तक पूरी हो जाये.

रेल पथ परियोजना के लिए अलग-अलग वर्ष में आवंटित राशि

वित्त वर्ष- आवंटित राशि( करोड़ रुपये में)2014-15- 1002015-16-802016-17-2502017-18-2502018-19-3002019-20-1502020-21-1402021-22-1002022-23-2502023-24-3002024-25-500

रेल पथ के लिए अब तक कितना हुआ जमीन अधिग्रहण

तालचेर-बिमलगढ़ रेलपथ परियोजना के लिए आवश्यक 1003.95 एकड़ निजी जमीन में से 801.965 एकड़ जमीन का अधिग्रहण हो चुका है, जबकि 201.980 एकड़ जमीन का अधिग्रहण हाेना है. वहीं कुल 419.773 एकड़ सरकारी जमीन में से 281.316 एकड़ का अधिग्रहण कर लिया गया है. 138.457 एकड़ जमीन का अधिग्रहण होना बाकी है. इसके अलावा कुल 677.481 एकड़ जमीन में से 663.78 का अधिग्रहण हो चुका है तथा 13.701 एकड़ जमीन का अधिग्रहण अभी तक नहीं हो पाया है. इस परियोजना के लिए निजी, सरकारी व जंगल जमीन को मिलाकर कुल 2101.199 एकड़ जमीन में से 1747.061 एकड़ जमीन का अधिग्रहण हो चुका है. जबकि 354.138 एकड़ जमीन का अधिग्रहण होना अभी बाकी है.

तालचेर से सामल तक 27.55 किलोमीटर का काम अब तक हो चुका है पूरा

कुल 149.78 किलोमीटर लंबी इस रेलपथ परियोजना में अब तक तालचेर से सामल तक 27.55 किलोमीटर का काम पूरा हो चुका है. वहीं सामल से श्रीरामपुर तक 40 किलोमीटर तक रेलपथ का काम प्रगति पर है. श्रीरामपुर से पाल्लहड़ा तक 9.5 किलोमीटर तक रेलपथ का निर्माण करने के लिए तीन जून, 2024 को इपीसी (सिंगल टेंडर) दिया जा चुका है. इसके अलावा पाल्लहड़ा से बिमलगढ़ तक 72.88 किलोमीटर तक रेलपथ निर्माण के लिए जमीन अधिग्रहण का काम प्रगति पर है. इसके लिए जल्द ही टेंडर आमंत्रित किया जायेगा.

तालचेर से सामल तक ट्रेन चलाने की हो रही है मांग

इस रेलपथ को लेकर तालचेर से सामल तक 27.55 किलोमीटर का काम पूरा हो चुका है. लेकिन यह रेलपथ पूरा होने के लिए अभी और भी समय लगेगा. जिससे इस रेलपथ पर बनी रेल लाइन, स्टेशन आदि का रखरखाव करने के लिए तालचेर तक जो भी ट्रेनें आती हैं, इनको सामल तक चलाने की मांग हो रही है. सचेतन नागरिक मंच, राउरकेला के अध्यक्ष बिमल कुमार बिसी इसे लेकर केंद्रीय रेल मंत्रालय का भी ध्यान आकर्षित करा चुके हैं. उनका कहना है कि तालचेर से सोनाखनि तक पांच साल पहले रेलपथ बनकर तैयार हो चुका है. लेकिन ट्रेन न चलने से रेल पटरी से लेकर नये बने स्टेशनों का रखरखाव ठीक से नहीं हो पा रहा है. जिससे तालचेर से बिमलगढ़ तक जहां-जहां तक रेलपथ का निर्माण हो चुका है या होने वाला है, वहां तक तालचेर तक आनेवाली ट्रेनों का विस्तार किया जाना चाहिए. जिससे वहां के स्थानीय लोगों को भी इसका लाभ मिलेगा.

भाजपा नेता दिलीप राय ने भी रखी है रेलपथ को जल्द पूरा करने की मांग

इस रेलपथ काे जल्द से जल्द पूरा करने की मांग भाजपा नेता तथा पूर्व केंद्रीय मंत्री दिलीप राय ने भी रखी है. गत 18 मई को राउरकेला एयरपोर्ट मैदान में हुई भाजपा के दिग्गज नेता तथा गृह मंत्री अमित शाह की जनसभा में भी उन्होंने यह मांग रखी थी. उनका कहना है कि यह काफी महत्वाकांक्षी परियोजना है. यदि यह परियोजना पूरी होती है तो राउरकेला से चार घंटे में राजधानी भुवनेश्वर का सफर तय हो सकता है. जिससे शहर के लोग एक ही दिन में भुवनेश्वर से आना-जाना कर सकते हैं.

सूबे में डबल इंजन की सरकार बनने से जमीन अधिग्रहण तेज होने की उम्मीद

ओडिशा में चुनाव प्रचार के दौरान केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा था कि सूबे में डबल इंजन की सरकार नहीं होने से रेल परियोजना के लिए जमीन अधिग्रहण का काम सही समय पर नहीं हो पा रहा है. जिससे रेल परियोजना का काम भी विलंबित हो रहा है. लेकिन डबल इंजन की सरकार बनने से जमीन अधिग्रहण के काम में तेजी लायी जायेगी. अब सूबे में भाजपा की डबल इंजन की सरकार बन चुकी है. जिससे तालचेर-बिमलगढ़ रेलपथ के लिए जमीन अधिग्रहण के काम में तेजी आने की उम्मीद जगी है.

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