स्कूलों में बच्चों को पानी पीने के लिए पेयजल मिले. इसे लेकर जिले के 909 स्कूलों में समरसेबल लगाने का काम तेजी से किया जा रहा है. पीएचईडी विभाग की तरफ से जिले के नगर निगम सहित 16 प्रखंडों में किस प्रखंड का जलस्तर कितना है. इसकी सूची शिक्षा विभाग को उपलब्ध कराया जायेगा. इसे लेकर जिला शिक्षा पदाधिकारी ने पीएचईडी विभाग से समन्वय बनाने के लिए जिलाधिकारी को पत्र लिखा था. इसकी अनुमति मिल गयी है. बताया जा रहा है कि डीप बोरिंग में समस्या आ रही थी कि किस प्रखंड में कितने फिट पर पानी है. शिक्षा विभाग के इंजीनियरिंग शाखा से जुड़े एक अभियंता ने कहा कि गंगा के उत्तरी क्षेत्र वाले प्रखंड में जलस्तर ऊंचाई पर है. जबकि दक्षिणी क्षेत्र के प्रखंडों में कहीं 200 फीट, तो कहीं ढाई सौ फीट व कहीं 300 फीट तक में पानी आ रहा है. ऐसे में पीएचईडी विभाग से शिक्षा विभाग ने समन्वय किया गया है. ताकि सभी प्रखंडों के शुद्ध पेयजल का स्तर पता चल सकें. ज्ञात हो कि शिक्षा विभाग की तरफ से 594 स्कूलों में डीप बोरिंग का काम किया जा रहा है.
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