विशेष संवाददाता, धनबाद,
उपायुक्त माधवी मिश्रा ने कहा है कि बच्चों को नशे की लत से बचाने के लिए शिक्षकों को महत्वपूर्ण भूमिका निभानी होगी. शिक्षक ही युवा अवस्था में पहुंचने वाले बच्चों को नशा के प्रति सही गाइडलाइन दे सकते हैं. यह बातें उपायुक्त ने गुरुवार को न्यू टाउन हॉल में जिला समाज कल्याण कार्यालय व जिला जनसंपर्क कार्यालय के संयुक्त तत्वावधान में मादक पदार्थों के विरुद्ध चलाये जा रहे जागरूकता कार्यक्रम के तहत न्यू टाउन हॉल में जिला स्तरीय कार्यशाला में कही. कार्यक्रम की शुरुआत उपायुक्त माधवी मिश्रा, सिटी एसपी अजीत कुमार, डालसा के डॉ कुमार विमलेंदु ने संयुक्त रूप से की. उपायुक्त ने कहा कि निषिद्ध मादक पदार्थों का दुरुपयोग को कम करने, इसके व्यापार मे संलिप्त तस्करों तथा उपयोकर्ताओं के विरुद्ध सख़्त कानूनी कारवाई के साथ-साथ समाज को, विशेषकर किशोर तथा युवा वर्ग को इसके दुष्प्रभाव के प्रति जागरूक करने के उद्देश्य से राज्यव्यापी जागरूकता कार्यक्रम जिले में भी संचालित किया जा रहा है.सभी अभिभावक अपने बच्चों पर नजर रखें : सिटी एसपी
सिटी एसपी अजीत कुमार ने कहा कि इस अभियान में जिला प्रशासन के अलावा समाज के नागरिकों की भूमिका भी महत्वपूर्ण है. खासकर बच्चों के माता-पिता व शिक्षक महत्वपूर्ण भूमिका में रहते हैं. इसलिए आवश्यक है कि सभी पैरेंट्स अपने बच्चों पर अवश्य नजर रखें. साथ ही अपने आस पड़ोस के बच्चों पर भी नजर रखें. ताकि आपके बच्चों के साथ साथ समाज के बच्चों को भी नशा एवं मादक पदार्थों से दूर रखा जाये. कार्यशाला में निदेशक डीआरडीए राजीव रंजन, जिला समाज कल्याण पदाधिकारी अनिता कुजूर, जिला जनसंपर्क पदाधिकारी सुनील कुमार सिंह, डीपीएम जेएसएलपीएस शैलेश रंजन, सहायक नगर आयुक्त संतोषिणी मुर्मू, डीएसपी मुख्यालय-1 शंकर कामती आदि मौजूद थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है