Nutrients For Health: आजकल यह आम बात है कि हम अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखने के लिए पूरक लें. इसमें से कुछ पूरक ऐसे भी हैं जो सच में हमारे शरीर के लिए बेहद जरुरी हैं और साथ ही साथ ये पूरक हमें हमारे शरीर की जरूरतों को पूरा करने में मदद करते हैं. कैल्शियम, बायोटिन, और ग्लूटाथिओन, जैसे पूरक हमारे शरीर की काफी कमियों को पूरे तरीके से ठीक करते हैं. इस लेख में हम इन्ही पूरकों के बारे में पढ़ेंगे कि हमें इनसे क्या फायदे मिलते हैं साथ ही साथ हम इनकी कमी कैसे पूरी कर सकते हैं. इस लेख में हम जानेंगे कि अगर हमें कुछ कमी महसूस हो तो हम कौन से पूरक का सेवन करके उसे पूरा कर सकते हैं.
मजबूत हड्डी व दांत
अगर हमें मजबूत हड्डियां और दांत चाहिए तो इसके लिए हमें कैल्शियम लेना चाहिए. कैल्शियम हमारी मांसपेशियों के कार्य, तंत्रिका संकेतो और रक्त के थक्को को बनने में भी मदद करता है. जिन लोगों की हड्डियाँ मजबूत नहीं होती उनके अंदर कैल्शियम की कमी होती है और वो लोग इस कमी को पूरा करने के लिए Calcium tablets ले सकते हैं. अगर हम बिना किसी टेबलेट के कैल्शियम की कमी को पूरा करना चाहें तो उसके लिए हम कैल्शियम युक्त भोजन को अपनी डाइट में शामिल कर सकते हैं. अगर हम अधिक मात्रा में कैल्शियम लें तो इससे हमें किडनी स्टोन की दिक्कत हो सकती है. हड्डियों में कैल्शियम की कमी को पूरा करने के लिए हम इसे विटामिन डी के साथ ले सकते हैं और दिन में कई बार छोटी-छोटी मात्रा में लेना चाहिए. अगर किसी को किडनी स्टोन या फिर कोई और समस्या है तो कैल्शियम की जरुरत को जानने के लिए डॉक्टर से परामर्श लेना चाहिए.
बाल, त्वचा और नाखून
अगर कोई इंसान लम्बे बाल, सुंदर त्वचा, और उसके साथ मजबूत नाख़ून चाहता है तो वो विटामिन बी 7 का प्रयोग कर सकता है. विटामिन बी 7 या बायोटिन, ऊर्जा की प्रक्रिया में मदद करता है, जो हमारे बाल, त्वचा और नाखून के अच्छे स्वास्थ्य से जुड़ा होता है. हम अपनी बायोटिन की कमी को बायोटिन से भरपूर चीज़ों को खा कर पूरा कर सकते हैं जैसे कि अंडे, मेवे, और हरी पत्तेदार सब्जियां. इसके साथ साथ मार्किट में बहुत तरह के बायोटिन सप्लीमेंट्स हैं जिसकी मदद से हम अपने बायोटिन के स्तर को पूरा कर सकते हैं. बायोटिन वैसे तो हमारे शरीर में कोई नुकसान नहीं करता मगर इसकी बहुत अधिक खुराक थाइरोइड फंक्शन टेस्ट जैसे प्रयोगशाला परीक्षणों में दखल दे सकती है. अपने बाल और त्वचा को सुंदर रखने के लिए निर्देशानुसार बायोटिन सप्लीमेंट्स लें और साथ ही साथ अन्य विटामिन बी भी पर्याप्त मात्रा में लें.
रोग प्रतिरोधक क्षमता
अगर हम अपने शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाना चाहते हैं तो उसके बहुत सारे उपाय हैं मगर ग्लूटाथिओन जो कि एक ट्राइपेप्टाइड एंटीऑक्सीडेंट है, इसमें कारगर साबित हो सकता है. यह हमारे शरीर में ऑक्सीडेटिव तनाव को कम करने में मदद करता है. इसकी कमी को पूरा करने के लिए हम कुछ खाद्य पदार्थ खा सकते हैं या फिर ग्लूटाथियोन गोलियाँ भी ले सकते हैं. इसके हमारे शरीर में अन्य भी काफी फायदे बताये गए हैं जो कुछ इस प्रकार हैं. इसके अतिरिक्त, प्रोटीन भी आपके इम्यून सिस्टम को सपोर्ट करता है जिससे रोग-प्रतिरोधक क्षमता में सुधर आ सकता है. आप peanut butter के सेवन से इसकी मात्रा पूरी कर सकते हैं.
फायदे
ग्लूटाथियोन (जीएसएच) हमारे शरीर में एक महत्वपूर्ण एंटीऑक्सिडेंट है. एंटीऑक्सिडेंट वे पदार्थ होते हैं जो हमारे शरीर को हानिकारक पदार्थों से बचाते हैं. ग्लूटाथियोन के शरीर में कई तरह के उपयोग हैं, आइए उन्हें देखें:
लिवर रोगों का उपचार: ग्लूटाथियोन का उपयोग लिवर संबंधी रोगों, जैसे फैटी लिवर रोग और हेपेटाइटिस में किया जाता है. यह लिवर को डिटॉक्स करने में मदद करता है और क्षतिग्रस्त लिवर कोशिकाओं की मरम्मत को बढ़ावा देता है.
त्वचा का निखार: ग्लूटाथियोन त्वचा को निखारने में भी मदद करता है. यह त्वचा की रंगत को हल्का करने और झुर्रियों को कम करने में मदद कर सकता है. हालांकि, त्वचा के लिए ग्लूटाथियोन के इस्तेमाल पर अभी और शोध की जरूरत है.
रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाना: ग्लूटाथियोन शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को भी बढ़ा सकता है. यह संक्रमण से लड़ने वाली कोशिकाओं के उत्पादन को बढ़ावा देता है और शरीर को बीमारियों से बचाने में मदद करता है. अगर हम अपनी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाना चाहते हैं तो हम इस पूरक का सेवन कर सकते हैं परन्तु इसकी उच्च खुराक पाचन तंत्र में परेशानी पैदा कर सकती है. इसको और अधिक कारगर बनाने के लिए हम विटामिन सी को इसके साथ ले सकते हैं क्यूंकि इससे हमें अधिक प्रभाव मिलेगा.
निष्कर्ष
हालांकि कैल्शियम, बायोटिन, ग्लूटाथियोन और protein bars जैसे सप्लीमेंट्स अपने अनूठे फायदे प्रदान करते हैं, फिर भी उनकी उपयुक्तता व्यक्तिगत स्वास्थ्य स्थितियों और जरूरतों पर निर्भर करती है. ग्लूटाथियोन हमारे शरीर के लिए एक बहुउपयोगी एंटीऑक्सिडेंट है. यह लिवर की रक्षा करने, त्वचा के स्वास्थ्य को बढ़ावा देने और रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत करने में भूमिका निभा सकता है. किसी भी पूरक को लेना शुरू करने से पहले हमेशा डॉक्टर से परामर्श करें ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि वह आपके लिए उपयुक्त है और संभावित जोखिमों या परस्पर क्रियाओं से बचा जा सके. याद रखें, एक संतुलित आहार को हमेशा पोषक तत्वों के प्राथमिक स्रोत के रूप में काम करना चाहिए, हालांकि खाने में पूरक की भूमिका का भी अपना महत्व होता है.
Disclaimer: हमारी खबरें जनसामान्य के लिए हितकारी हैं. लेकिन दवा या किसी मेडिकल सलाह को डॉक्टर से परामर्श के बाद ही लें.