आदिवासी संताल समाज की रीति-रिवाज और संवैधानिक अधिकारों पर किया जायेगा चिंतन-मंथन
जमशेदपुर.
घाटशिला पावड़ा बाखुल में दो दिवसीय माझी परगना महाल धाड़ दिशोम पूर्वी सिंहभूम का 14वें महासम्मेलन का शुभारंभ शनिवार को होगा. महासम्मेलन के प्रथम दिन शनिवार को सभी परगना बाबाओं की उपस्थिति में आदिवासी संताल समाज की रीति-रिवाज, धर्म, संस्कृति, पूजा पद्धति, शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजी-रोजगार, जल-जंगल-जमीन व संवैधानिक अधिकारों पर चिंतन-मंथन किया जायेगा. साथ ही भावी कार्यक्रम भी तय किये जायेंगे. महासम्मेलन में ही असम, ओडिशा, बंगाल, बिहार, हजारीबाग, रामगढ़, बोकारो, धनबाद, गिरिडीह व संताल परगना के सभी जिले से स्वशासन व्यवस्था के प्रमुख शिरकत कर रहे हैं. यह जानकारी माझी परगना महाल धाड़ दिशोम के प्रवक्ता दुर्गाचरण मुर्मू ने दी. उन्होंने बताया कि रविवार को महासम्मेलन के दूसरे दिन बतौर मुख्य अतिथि मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन शामिल होंगे. इस दौरान उन्हें आदिवासी संताल समाज के विभिन्न समस्याओं से अवगत कराया जायेगा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है