वरीय संवाददाता, मुजफ्फरपुर नगर निगम में फर्जी तरीके से स्थापना शाखा में कार्यरत एक कर्मचारी को तहसीलदार से सहायक पद में पदोन्नति देने की प्रक्रिया को पूर्ण करने का मामला सामने आया है. इसके बाद इस पर बवाल मच गया है. ऑफिस के दूसरे कर्मियों को जब इसकी भनक लगी, तब इस पर भारी खींचतान शुरू हो गया है. ऑफिस के दूसरे कर्मचारी ने ही इस मामले को डीएम से लेकर अपर मुख्य सचिव आनंद किशोर तक लिखित रूप में पहुंचा दिया है. हालांकि, मामले को बढ़ता देख पदोन्नति की पूरी प्रक्रिया में शामिल कर्मियों की बेचैनी बढ़ गयी है. आनन-फानन में पदोन्नति देने के लिए तैयार संचिका के मूल नोटशीट को पदोन्नति की अंतिम पत्र जारी होने से पहले गायब कर दिया गया है. ताकि, जांच होने पर संचिका के माध्यम से नोटशीट तैयार कर पदोन्नति की प्रक्रिया पूर्ण करने व कराने में जुटे कर्मियों की गर्दन बच सके. बता दें कि नियमानुसार तहसीलदार के पद पर कार्यरत कर्मियों को सीधे सहायक संवर्ग में पदोन्नति नहीं दी जा सकती है. अभी नगर निगम में कुल 30 सहायक का पद स्वीकृत है. इसमें 28 लोग कार्यरत हैं. दो पद रिक्त हैं. इसी दो पद में से एक पद पर पदोन्नति देकर भरने की कवायद स्थापना शाखा ने गोपनीय तरीके से प्रारंभ की थी. गायब नोटशीट की छायाप्रति के साथ की गयी है शिकायत इधर, स्थापना शाखा के पदोन्नति की संचिका से मूल नोटशीट तो गायब हो गयी है. लेकिन, इस मामले को उजागर करने वाले ऑफिस के कर्मचारी अरविंद कुमार ने इसकी छायाप्रति अपने पास सुरक्षित रख लिया है. अरविंद कुमार ने नगर आयुक्त, डीएम से लेकर अपर मुख्य सचिव को जो शिकायत पत्र भेजा है. इसमें नोटशीट की छाया प्रति भी संलग्न है, जिस पर स्थापना शाखा की तरफ से रिक्त दो सहायक पद पर पदोन्नति के लिए पांच तहसीलदार उदयवीर शाही, मुस्लिम अंसारी, सत्येंद्र तिवारी, उदय शंकर ठाकुर व अरुण कुमार सिंह का नाम दर्ज है. इसमें दो मैट्रिक पास हैं. वहीं, दो रिटायर कर चुके हैं. लाइब्रेरी साइंस व स्नातक उत्तीर्ण अरुण सिंह के नाम को अंतिम रूप से चयनित किया गया है. इस प्रस्ताव पर स्थापना शाखा के अलावा निगम के प्रभारी सहायक सुनील कुमार सिन्हा तक का हस्ताक्षर है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है