लक्ष्मीपुर.
प्रखंड के मटिया मोहनपुर के पास कैरवार नदी की अतिक्रमित जमीन को सीओ रविकांत ने अतिक्रमण से मुक्त कराया. पिछले छह माह से अवरुद्ध पानी के बहाव को फिर से चालू करवाया. उक्त नदी प्रखंड की मटिया, आनंदपुर तथा बरहट प्रखंड के पाड़ो, तथा लाखय पंचायत की लाइफलाइन मानी जाती है. इस नदी से हजारों एकड़ जमीन का पटवन होता है. नदी की जमीन को निजी बताकर मोहनपुर निवासी मणी यादव तथा उसके परिजनों ने जेसीबी के माध्यम से नदी में मिट्टी भर दिया था और पानी के बहाव को अवरुद्ध कर दिया गया था. उस समय स्थानीय ग्रामीणों ने मणी यादव व उसके परिजनों की दबंगई का काफी विरोध भी किया. पंचायत के मुखिया व अन्य प्रबुद्ध लोगों द्वारा समझाने के बाद भी आरोपी मणी यादव तथा उसके परिजनों पर कोई असर नहीं हुआ. तब स्थानीय ग्रामीणों ने नदी के जमीन को अतिक्रमण मुक्त कराने के लिए तत्कालीन सीओ निर्भय प्रताप सिंह से गुहार लगायी. तत्कालीन सीओ ने स्थल निरीक्षण कर नदी की जमीन का अतिक्रमण किये जाने वाले दबंगों को कड़ी फटकार भी लगायी लेकिन लोग नहीं माने. नदी के जमीन पर अतिक्रमण करने वाले लोगों का कहना था कि समय के अनुसार नदी में पानी के बहाव का रुख बदल गया और अपना मूल स्थल छोड़ कर नदी का बहाव मेरे जमीन की ओर मुड गया. लोगों का कहना था कि जमीन की मापी करायी जाये. इधर नदी का अतिक्रमण कर लिये जाने का मामला धीरे धीरे तूल पकड़ने लगा. मामला जिले के पदाधिकारियों से लेकर विधानसभा तक पहुंचा. जमुई विधायक श्रेयसी सिंह ने उक्त मामले को विधानसभा सत्र में उठाया. सभी समाचार पत्रों में भी इसे प्रमुखता से छापा गया था. मामले को गंभीरतापूर्वक लेते हुए सीओ रविकांत ने स्थल का निरीक्षण किया और नक्शा के अनुसार नदी का रास्ता निकालकर पानी के बहाव को फिर से चालू किया. उन्होंने नदी के जमीन की पैमाइश कराकर विवाद का स्थाई रूप से निबटारा कर दिया. सीओ रविकांत के प्रयास के बाद पानी का बहाव देख लोगों में काफी उत्साह देखा गया.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है