नियुक्ति घोटाला. तृणमूल विधायक तापस से सीबीआइ ने की पूछताछ
आवाज के सैंपल को जांच के लिए भेजा जायेगा सेंट्रल फॉरेंसिक लैब
संवाददाता, कोलकाता
राज्य के सरकारी व सरकारी सहायता प्राप्त स्कूलों में हुईं नियुक्तियों के घोटाले व रिश्वत के बदले लोगों को सरकारी विभाग में नौकरी दिलाने के मामले की जांच के तहत केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआइ) के अधिकारियों ने शुक्रवार को तेहट्ट के विधायक व तृणमूल कांग्रेस के नेता तापस साहा व अन्य तीन लोगों से पूछताछ की है.
इसी दिन केंद्रीय जांच एजेंसी ने उनकी आवाज का नमूना भी संग्रह किया, जिसे जांच के लिए सेंट्रल फॉरेंसिक लैब भेजा जायेगा. तृणमूल विधायक साहा को शुक्रवार को यहां निजाम पैलेस स्थित केंद्रीय जांच एजेंसी के कार्यालय में हाजिर होने के लिए नोटिस भेजा गया था. तृणमूल विधायक इस दिन सुबह करीब 11.15 बजे सीबीआइ कार्यालय पहुंचे. करीब दो घंटे बाद यानी अपराह्न लगभग 1.15 बजे वह सीबीआइ कार्यालय से बाहर निकले. सीबीआइ कार्यालय के बाहर पत्रकारों से बातचीत में तृणमूल विधायक ने कहा कि उन्होंने जांच में केंद्रीय जांच एजेंसी का पूरा सहयोग किया है.
इधर, तृणमूल विधायक के अधिवक्ता ने कहा उनके मुवक्किल को उनकी आवाज का नमूना संग्रह करने के लिए सीबीआइ ने तलब किया था. बताया जा रहा है कि नियुक्तियों के घोटाले की जांच कर रही सीबीआइ के हाथ एक फोन कॉल की रिकॉर्डिंग लगी है. आशंका है कि यह रिकॉर्डिंग नियुक्ति घोटाले से संबंधित है. यह भी अंदेशा है कि रिकार्डिंग में आवाज विधायक तापस साहा की हो सकती है. इसकी सत्यता की पुष्टि के लिए ही तृणमूल विधायक की आवाज का नमूना संग्रह किया गया. इससे पहले, इडी ने शिक्षक नियुक्ति घोटाले में गिरफ्तार सुजय कृष्ण भद्र उर्फ ‘कालीघाटेर काकू’ की आवाज के नमूने की फॉरेंसिक जांच करायी थी. तृणमूल विधायक साहा पर रिश्वत के बदले लोगों को नौकरी दिलाने का वादा करके उनसे पैसे ऐंठने का आरोप है. पिछले वर्ष अप्रैल में कलकत्ता हाइकोर्ट ने उक्त मामले की जांच सीबीआइ को करने का निर्देश दिया था. मामले को लेकर केंद्रीय जांच एजेंसी नदिया में विधायक के आवास व अन्य ठिकानों पर भी छापेमारी कर चुकी है.
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