मेदिनीनगर. नीलांबर-पीतांबर विश्वविद्यालय में आउटसोर्सिंग के माध्यम से कार्य कर रहे कर्मचारियों को छह माह से बकाया का भुगतान नहीं किया गया है. इससे आक्रोशित कर्मियों ने शुक्रवार को विवि के मुख्य द्वार पर धरना दिया. इनसे आस्क सिक्योरिटी सर्विसेज के माध्यम से काम लिया जाता है. जानकारी के अनुसार छह माह पूर्व इस कंपनी का एकरारनामा विवि के साथ समाप्त हो चुका है. लेकिन विवि प्रबंधन न तो कंपनी के साथ कॉन्ट्रैक्ट को बढ़ा रहा है व ही नये सिरे से टेंडर की प्रक्रिया अपना रहा है. विवि में 28 कर्मचारी, जीएलए कॉलेज में 18, मॉडल कॉलेज गढ़वा में पांच, जनता शिवरात्रि कॉलेज में तीन, योध सिंह नामधारी महाविद्यालय में दो, मॉडल डिग्री कॉलेज छतरपुर में एक, एसएसजेएसएन कॉलेज गढ़वा में पांच, मनिका डिग्री कॉलेज में चार कर्मचारी कार्यरत हैं. लेकिन पिछले छह माह से मानदेय का भुगतान नहीं होने से इनकी आर्थिक स्थिति काफी दयनीय हो गयी है. हालत यह है कि बच्चों की स्कूल फीस भी नहीं जमा कर पा रहे हैं. खाद्य सामग्री भी उधार लेकर काम चला रहे हैं. कर्मचारियों का कहना है कि काफी उधार हो जाने के कारण राशन दुकानदार भी अब राशन नहीं दे रहे हैं. जिनसे कर्ज लिया है, वह घर आकर तकादा कर रहे हैं. ऐसे में अब तो भूखे मरने की स्थिति हो गयी है. धरना में अंकित कुमार, चंदन सिंह, संजय कुमार, सोनी देवी, संध्या देवी, शेरु डोम, विकास कुमार, अवधेश कुमार, रिंकी देवी सहित कई लोग शामिल थे. विवि से एकरारनामा हो चुका है खत्म : आस्क कंपनी के प्रबंध निदेशक अर्जुन दीक्षित ने बताया कि दिसंबर 2023 में ही विवि के साथ एकरारनामा खत्म हो चुका है. इसके बाद से कोई वर्क आर्डर एनपीयू द्वारा नहीं दिया गया है. इसलिए बकाया मानदेय के बारे में कुछ नहीं बता सकते हैं. जब तक कंपनी का इकरारनामा था. तब तक भुगतान कर चुके हैं.
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