पुलिस जिले के बाइपास थाना में दर्ज एक काउंटर केस के मामले में थानाध्यक्ष की बड़ी लापरवाही उजागर हुई है. मामले में दूसरे पक्ष की ओर से दर्ज करायी गयी प्राथमिकी में घटना होने से ढाई घंटे पूर्व ही पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है. मामला उजागर होने के बाद दो तरह की चर्चा हो रही है. एक ये कि क्या बाइपास थाना के थानाध्यक्ष को घटना से ढाई घंटे पहले ही पूर्वानुमान हो गया था कि इस तरह की कोई घटना होने वाली है? या फिर मामले में केस दर्ज करने में समय की प्रतिबद्धता छिपाने के लिए इस तरह के कार्य किये जाते हैं. बहरहाल मामला प्रकाश में आने के बाद जांच कराने की बात कही गयी है.
बाइपास थाना कांड संख्या 53/24 व 54/24 किया गया था दर्ज
बाइपास थाना में दो पक्षों के बीच विवाद को लेकर हुई मारपीट मामले में पुलिस ने बाइपास थाना कांड संख्या 53/24 और 54/24 दर्ज किया गया था. कांड संख्या 53/24 में आवेदक द्वारा दिये गये आवेदन में 3 अप्रैल 2024 को उनके घर घुसकर दूसरे पक्ष के लोगों द्वारा मारपीट किये जाने का उल्लेख किया गया है. जबकि मामले में दर्ज प्राथमिकी में 3 जून 2024 को घटना की तिथि का उल्लेख किया गया है. इधर इसी मामले में दर्ज काउंटर केस कांड संख्या 54/24 में महिला आवेदक की ओर से दिये गये आवेदन में विपक्षियों द्वारा 12 जून 2024 को रात 8 बजे घटना का उल्लेख किया गया है. जबकि मामले में दर्ज प्राथमिकी फॉर्म में कांड दर्ज करने की तिथि 12 जून 2024 और घटना का समय 17.30 बजे का उल्लेख किया गया है.
मामले में अब तक किसी प्रकार की शिकायत नहीं की गयी है. शिकायत मिलने पर इसकी जांच करायी जायेगी. किन कारणों से यह चूक हुई है, इसे लेकर कांड दर्ज करने वाले पदाधिकारियों से पूछा जायेगा.
– राज, सिटी एसपी, भागलपुर.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है