संवाददाता, कोलकाता
महानगर में सत्ताधारी दल के पार्षदों के बीच आपसी कलह के आरोप लगातार लगते रहते हैं. कुछ दिन पहले दक्षिण कोलकाता के कसबा में दो पार्षद आपस में भिड़ गये थे. वहीं, दो दिन पहले पाटुली में एक पार्षद की पिटाई का आरोप लगा है. पार्षदों के झगड़े को लेकर मेयर फिरहाद हकीम ने अपनी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने शुक्रवार को निगम में कहा कि ऐसी घटनाएं नहीं होनी चाहिए. इससे पार्टी की छवि को नुकसान पहुंच रहा है. मेयर शुक्रवार को निगम में पत्रकारों से मुखातिब हुए. एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा : लोगों की जरूरतों के मुताबिक निगम से काम कराना पार्षदों का काम है. यहां मैं या कोई और बड़ा नहीं है. यह किसी के कब्जा करने की जगह नहीं है. यहां सभी को लोगों के लिए काम करना पड़ेगा. लोगों ने ही हमें वोट दिया है, इसलिए मैं यहां आज मेयर की कुर्सी पर हूं. विदित हो कि हाल ही में वार्ड नंबर 107 की तृणमूल पार्षद लिपिका मन्ना और वार्ड नंबर 108 के तृणमूल पार्षद सुशांत घोष के बीच विवाद हुआ था. इन दोनों पार्षदों के समर्थक राजडांगा और इंदुपार्क इलाके में भिड़ गये थे. बमबाजी के भी आरोप लगाये गये थे. फिरहाद हकीम ने अपने वार्ड 82 का उदाहरण देते हुए कहा : वार्ड में लोगों के लिए काम किया गया था इसलिए तृणमूल को वोट मिला है. अगर लोग वोट नहीं देंगे, तो मैं क्या कर सकता हूं.
वार्ड मेरे पिता की संपत्ति नहीं है. हम सब को यह अहंकार छोड़ना होगा. हमारा काम लोगों की सेवा करना है. फिरहाद ने कहा कि उन्होंने कई पार्षदों को बुलाया है. उन्हें उम्मीद है कि यह समस्या सुलझ जायेगी. उनके मुताबिक यह कोई समस्या नहीं है.
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