गया के अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल (ANMMCH) के परिसर में एमसीएच बिल्डिंग के पहले और तीसरे फ्लोर पर प्रसूता व नवजातों को रहने में काफी दिक्कत आ रही है. अस्पताल से मिली जानकारी के अनुसार, ऑपरेशन के बाद मरीजों को दूसरे तल्ले पर 24 घंटे रखा जाता है, ताकि उनकी हर तरह से निगरानी की जा सके. इसके बाद मरीजों को पहले या तीसरे तल्ले पर शिफ्ट किया जाता है. यहां पर कूलर या एसी नहीं रहने के कारण काफी दिक्कतें होती है. इस वजह से मरीज कभी भी पहले व तीसरे तल्ले पर जाना ही नहीं चाहते हैं. कई बार मरीजों को शिफ्ट करने को लेकर अस्पताल कर्मचारी व परिजनों के बची तकरार भी होता है.
कोंच से आए राजेश्वर प्रसाद ने बताया कि दूसरे तल्ले पर एसी व साफ-सफाई बेहतर रहने के चलते कोई भी मरीज यहां से जाना ही नहीं चाहते हैं. सोचते हैं कि मरीज का इलाज यहां आराम से रहकर हो. डोभी के चंद्रकला देवी ने कहा कि मरीज के ऑपरेशन के दूसरे दिन ही गर्मी वाले वार्ड में भेज दिया जाता है. यहां पर पानी से लेकर अन्य तरह की कई दिक्कतें होती हैं. इसके चलते मरीज वहां से हटना ही नहीं चाहता है.
अधिकारियों ने दिया था एसी या कूलर लगाने का निर्देश
गर्मी को देखते हुए पिछले दिनों निरीक्षण के दौरान जिले के वरीय अधिकारी ने हीट वेव में एसी चालू रखने के साथ अन्य वार्डों में एसी या कूलर लगाने का निर्देश अस्पताल प्रशासन को दिया था. अस्पताल प्रशासन की ओर से कुछ जगहों पर कूलर लगवाये गये. एसी कर्मचारियों के रूम में जरूर लगाये गये, लेकिन वार्डों में मरीजों को गर्मी से जूझता हुआ छोड़ दिया गया. पानी के नाम पर यहां अब तक सिर्फ खानापूर्ति ही की गयी है.
व्यवस्था सुधारने का हो रहा प्रयास
एमसीएच में व्यवस्था सुदृढ़ करने को लेकर कारगर कदम उठाये जा रहे हैं. आनेवाले दिनों सब कुछ सामान्य हो जायेगा. कोशिश है कि हर किसी को इलाज की सुविधा आसानी से मिल जाये. इसके लिए कुछ जगहों पर व्यवस्था में बदलाव भी किया जा रहा है.
डॉ एनके पासवान, उपाधीक्षक, एएनएमएमसीएच