किशनगंज.जिले के टीबी रोगियों के लिये एक राहत भरी खबर है. सिविल सर्जन डॉ राजेश कुमार ने बताया कि टीबी रोग की पहचान सुनिश्चित होने पर सरकार द्वारा रोगी के बैंक एकाउंट पर 1500 रुपये के रूप में पहले किस्त का भुगतान किया जायेगा. गौरतलब कि पहले टीबी मरीजों के नोटिफिकेशन के बाद निक्षय पोषण योजना के तहत टीबी रोगियों को लगातार 06 महीने तक प्रति माह 500 रुपये डीबीटी के रूप में उनके बैंक खाता में भुगतान किया जाता था. ताकि रोगी उक्त राशि से रोगी समुचित पोषाहार का सेवन कर सकें. इसमें बड़ा बदलाव करते हुए अब नोटिफिकेशन के तत्काल बाद रोगी के खाते में निक्षय पोषण योजना के तहत तीन महीने की अग्रिम राशि भेजने का प्रावधान किया गया है. राष्ट्रीय टीबी उन्मूलन कार्यक्रम के तहत जारी नये नोटिफिकेशन में इसे लेकर स्वास्थ्य अधिकारियों को जरूरी दिशा-निर्देश दिये गये हैं. नये गाइडलाइन के मुताबिक मरीजों का उपचार शुरू होने के 84 दिनों के बाद दूसरी किस्त के रूप में 1500 रुपये का भुगतान किया जायेगा. मरीज का उपचार 06 माह से अधिक चलने पर प्रतिमाह 500 रुपये का भुगतान किया जायेगा.
नोटिफिकेशन के तत्काल बाद रोगी के खाते में होगा भुगतान
जिला यक्ष्मा नियंत्रण पदाधिकारी डॉ मंजर आलम ने इस संबंध में बताया कि पहले टीबी मरीजों के नोटिफिकेशन व उपचार आरंभ होने के बाद लगातार छह महीने तक उनके खातों में निक्षय पोषण योजना के तहत प्रति माह 500 रुपये का भुगतान किया जाता था. नये गाइडलाइन के मुताबिक अब नोटिफिकेशन के तत्काल बाद रोगी के खाते में योजना के पहले किस्त के रूप में 1500 रुपये उपलब्ध कराया जायेगा. ताकि उक्त राशि का उपयोग कर मरीज अपने पोषण संबंधी जरूरतों को पूरा कर सके. टीबी मरीजों को विभागीय स्तर से भी जरूरी दवाएं नि:शुल्क उपलब्ध करायी जाती है. ऐसे में जरूरी दवाओं के साथ उचित पोषाहार के सेवन से रोगियों की सेहत में तेजी से सुधार संभव हो सकेगा.स्पुटम कैरियर को भी मिलेगा निर्धारित प्रोत्साहन राशि
जिला संचारी रोग पदाधिकारी डॉ मंजर आलम ने बताया कि नये विभागीय गाइडलाइन में स्पुटम कैरियर के लिये भी निर्धारित प्रोत्साहन राशि के भुगतान का प्रावधान किया गया है. टीबी चैपिंयन यानी वैसे लोग जो पूर्व में टीबी की बीमारी से निजात पा चुके हैं. स्पुटम कैरियर की भूमिका निभा सकेंगे. स्पुटम कैरियर के रूप में मरीज का बलगम जरूरी जांच के लिये नजदीकी पीएचसी व एपीएचसी पहुंचाने पर उन्हें 200 रुपये व पीएचसी व एपीएचसी से स्पुटम प्राथमिक अथवा अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र से जिला टीबी यूनिट तक पहुंचाने पर उन्हें प्रोत्साहन राशि के रूप में 400 रुपये का भुगतान किया जायेगा. यही नहीं एनटीईपी कार्यक्रम के तहत निजी क्लिनिक व चिकित्सकों के माध्यम से टीबी रोगियों के नोटिफिकेशन के रूप में 500 रुपये व उपचार के अंत सफल उपचार संबंधी रिपोर्ट समर्पित करने पर 500 रुपये प्रति मरीज के हिसाब से भुगतान किया जायेगा.टीबी उन्मूलन अभियान को मिलेगी मजबूती
सिविल सर्जन डॉ राजेश कुमार ने कहा कि नये विभागीय गाइडलाइन से जिले में टीबी के उन्मूलन संबंधी प्रयासों को मजबूती मिलेगी. योजना को टीबी रोगियों के लिये बेहद उपयोगी बताते हुए उन्होंने कहा कि इससे रोगियों को अपने पोषण संबंधी जरूरतों को पूरा करने में आसानी होगी. जो टीबी से जल्द निजात पाने के लिहाज से बेहद जरूरी है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है