छपरा. सदर अस्पताल को मॉडल अस्पताल बनाने का कार्य शनिवार से शुरू हो गया है. जानकारी के अनुसार मॉडल अस्पताल के भवन को मरीजों को मिलने वाली हर व्यवस्थाओं से लैस किया जायेगा. इस भवन में सौ बेड का अलग-अलग वार्ड बनाया जायेगा. जिसमें इमरजेंसी वार्ड, एक्सरे, सिटी स्कैन, अल्ट्रासाउंड समेत अन्य विभाग शामिल रहेंगे. एक ही बिल्डिंग में सभी व्यवस्था होने से मरीजों को भी काफी सहूलियत होगी. साथ ही नये चिकित्सक व स्टाफ तीन माह के अंदर भर्ती किये जायेंगे. निर्माण कंपनी ने शनिवार से कार्य को लेकर पुराने भवनों को तोड़ने कर भवन निर्माण सामग्री भी जुटाने का कार्य शुरू कर दिया है. इमरजेंसी विभाग के पीछे पार्किंग में भवन निर्माण को लेकर आधे से अधिक सामग्री को भी उपलब्ध करा दिया गया है. पटना के इंद्र नारायण सिंह कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड के द्वारा यह कार्य किया जाना है. साथ ही निर्माण कार्य पूरा कराने के लिए 15 माह का समय निर्धारित किया गया है. जिसमें इस भवन को तोड़कर नये सिरे से बनाने का लक्ष्य भी रखा गया है. मॉडल अस्पताल बनने के बाद अस्पताल की व्यवस्था के सुधारने की भी संभावना दिखायी दे रही है. पूरी तरह से हाइटेक होगा नया भवन जानकारी के अनुसार नये जो भी भवन तैयार हो रहे हैं. उसमें मरीजों की समस्या को ध्यान में रखते हुए निर्माण किया जा रहा है. शौचालय, पानी की व्यवस्था के साथ सभी वार्ड को वातानुकूलित किया जायेगा. बड़े-बड़े शहरों के तर्ज पर इस भवन का निर्माण किया जा रहा है. विदित हो कि अस्पताल कैंपस में मदर एंड चाइल्ड केयर यूनिट का भी निर्माण किया गया है. जिसमे भी सभी व्यवस्था उपलब्ध है. जो बहुत जल्द मरीज के लिए शुरू कर दिया जायेगा. फिलहाल यह भवन में मरीजों की सुविधा के मद्देनजर बनकर तैयार है. लगभग दो माह के अंदर इसे चालू कर दिया जायेगा. आइसीयू के लिए बन कर तैयार है नया यूनिट जानकारी के अनुसार अस्पताल परिसर में पुराने आइसीयू व ऑक्सीजन प्लांट को नही तोड़ा जायेगा. वह पहले की तरह मरीजों के लिए उपलब्ध रहेगा. वहीं नये आइसीयू यूनिट को भी एक सप्ताह के अंदर मरीजों के लिए खोल दिया जायेगा. विदित हो कि 100 बेड का आइसीयू यूनिट जिला स्वास्थ्य समिति कार्यालय के समक्ष बनकर तैयार है. मरीजों की भीड़ को देखते हुए इस यूनिट में बहुत जल्द इलाज की व्यवस्था अस्पताल प्रशासन शुरू करायेगा. इस यूनिट में ऑक्सीजन सप्लाइ की व्यवस्था भी कर दी गयी है. पाइपलाइन से मरीजों को बेड के पास ऑक्सीजन की भी व्यवस्था कर दी गयी है. क्या कहते हैं अस्पताल प्रबंधक मॉडल अस्पताल बनने के बाद सारण के लोगों को इलाज में हर संभव बेहतर मदद मिलेगी. साथ ही गंभीर मरीजों का इलाज भी यहां किया जायेगा. राजेश्वर प्रसाद, प्रबंधक, सदर अस्पताल, छपरा
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