डोभी. डोभी में केसापी बुधनी बाजार में स्थित एक नर्सिंग होम में इलाज के दौरान एक महिला मरीज की मौत शनिवार को हो गयी. इसके बाद पीड़ित परिजनों ने मां क्लिनिक नर्सिंग होम के पास चिकित्सक पर आरोप लगाते हुए हंगामा शुरू कर दिया. विवाहिता के पति बहेरा थाना क्षेत्र के मसौंधा गांव के इनबोरबा टोला निवासी महेश मांझी ने बताया कि उनकी पत्नी अनिता देवी चार माह की गर्भवती थी. शुक्रवार को अचानक पेट में दर्द उठा तो आशा ने अनिता देवी को डोभी के केसापी बुधनी बाजार में मां क्लिनिक नर्सिंग होम में भर्ती कराया. वहां पर नर्सिंग होम के संचालक ग्रामीण चिकित्सक पवन कुमार ने इंजेक्शन और पानी चढ़ाया. इसके बाद अनिता देवी को रक्तस्राव होने लगा पवन कुमार के लाख प्रयास के बाद रक्तस्राव नहीं रुका, तो शनिवार की सुबह पवन कुमार व उसका स्टाफ एक निजी कार से गंभीर अवस्था में मरीज अनिता देवी को गया ले जाने लगे, लेकिन रास्ते में ही मौत हो गयी. रास्ते में अनिता देवी की मौत होते ही ग्रामीण चिकित्सक पवन कुमार व स्टाफ शव छोड़ कर फरार हो गये. किसी तरह मृतक के परिजन उसी कार से शव को केसापी स्थित मां क्लिनिक नर्सिंग होम पर लाये और ग्रामीण चिकित्सक पवन कुमार सहित स्टाफ पर कार्रवाई करने को लेकर हंगामा करने लगे. डोभी थाने के पुलिस ने नर्सिंग होम पहुंचकर महिला के शव को जब्त कर पंचनामा बनाकर पोस्टमार्टम के लिए मगध मेडिकल अस्पताल भेज दिया. थानाध्यक्ष मुकेश कुमार ने बताया कि परिजनों के बयान पर ग्रामीण चिकित्सक के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जा रही है. जानकारी के अनुसार, शुक्रवार को डोभी स्थित धनवंतरी अवैध नर्सिंग होम के ग्रामीण चिकित्सक की लापरवाही से एक महिला की मौत हो चुकी है. इस मामले में डोभी थाने में प्राथमिकी दर्ज की गयी है.
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