Survey Amin Protest: बिहार सरकार ने 13 जून को संविदा पर नियुक्त अमीनों को नौकरी से मुक्त कर दिया था. इससे नाराज अमीनों ने सोमवार को एक बार फिर पटना की सड़कों पर उतर आए. सभी प्रदर्शनकारी शास्त्री नगर स्थित राजस्व कार्यालय पर प्रदर्शन करने जा रहे थे. सूचना मिलने पर पुलिस की टीम मौके पर पहुंची और उन्हें बलपूर्वक रोका, पुलिस ने लाठीचार्ज कर सभी को खदेड़ दिया. इससे पहले 18 जून को भी प्रदर्शन कर रहे अमीनों पर पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया था.
प्रदर्शन के लिए जा रहे थे गर्दनीबाग
सोमवार को प्रदर्शन के लिए निकले अमीनों का कहना है कि वे गर्दनीबाग धरना स्थल पर प्रदर्शन करने जा रहे थे. जिला प्रशासन ने इसके लिए अनुमति भी दे दी थी. लेकिन धरना स्थल पर जाने के दौरान उन्हें बीच रास्ते में ही रोक दिया और बल प्रयोग किया. पुलिस ने बिना किसी कारण के हमें खदेड़ दिया और लाठियां भी चलाईं.
प्रदर्शनकारियों ने कहा कि सरकार ने उनके साथ अन्याय किया है. हम सभी बिहार के सभी अंचलों के बंदोबस्त कार्यालयों में काम कर रहे थे. इसके बावजूद हमें नौकरी से निकाल दिया गया है. जिसके विरोध में हम अपने हक की लड़ाई लड़ने आए हैं. लेकिन पुलिस हमें लाठी से पीटकर भगा रही है. हमारी लड़ाई आगे भी जारी रहेगी. जब तक सरकार हमें नौकरी पर बहाल नहीं कर देती, हम पीछे नहीं हटेंगे.
2019 में निकला था विज्ञापन
2019 में राजस्व विभाग ने पांच श्रेणियों में कुल 6875 रिक्तियां निकाली थी. जिसमें सर्वेक्षण अमीन के लिए भी 550 पद थे. इस पदों पर संविदा के आधार पर नियुक्ति की गई थी. नियुक्ति प्रक्रिया पूरी होने के बाद सभी अमीनों ने 2021 में अपना कार्य शुरू कर दिया था. यानि चार साल की सेवा के बाद सरकार ने सभी को हटाने का फैसला लिया है. ऐसे में अमीनों में सरकार के इस फैसले को लेकर नाराजगी है.
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