मथुरा में रेलवे ट्रैक पर शहर की तीन किशोरियों की मौत के मामले में उनके पिता का डीएनए टेस्ट कराने के लिए मंजूरी प्रभारी सीजेएम ने दे दी है. अब तीनों के पिता का पुलिस डीएनए जांच करायेगी. सोमवार को डीएनए जांच के लिए नमूना लेने के लिए सीजेएम कोर्ट में दी पुलिस की अर्जी पर प्रभारी सीजेएम ने सुनवाई के बाद यह आदेश दिया है. अब पुलिस तीनों के पिता का नमूना लेकर जांच के लिए पटना एफएसएल भेजेगी. मथुरा में मिले तीनों किशोरियों के शव का भी डीएन नमूना लिया गया था. शवों के डीएनए से उसके पिता के डीएनए की जांच कराकर मिलान करायी जायेगी. माही के पिता बालूघाट निवासी मनोज सहनी, गौरी के पिता योगियामठ निवासी अमित रजक व माया के पिता राजेश रजक की डीएनए जांच के लिए पुलिस अब नमूने लेगी.
ट्रेन पर चढ़ाने गयी दो किशोरियों का दर्ज किया गया है बयान :
नगर थाना पुलिस को दिये बयान में तीनों किशोरियों की सहेली ने बताया था कि 13 मई को मुजफ्फरपुर जंक्शन पर उन्होंने ट्रेन में सभी को चढ़ाया था. पुलिस ने दोनों का बयान दर्ज किया है. किशोरियों ने पुलिस को बताया कि वह दोनों सहेली थीं. तीनों काफी धार्मिक प्रवृत्ति की थीं. अक्सर भगवान से बात करने की चर्चा किया करतीं. माही दिवंगत मां से भी बात करती थी. तीनों घर से निकलने के बाद कहा था-कुछ दिन में वापस आ जाऊंगी. गौरी के पास से मथुरा में एक पत्र मिला था, उस संबंध में भी दोनों का बयान लिया गया था .पत्र में लिखा था किसी ने तलाश किया तो दे देगी जान :
बता दें कि योगियामठ की गौरी और माया अपनी मित्र माही के साथ 13 मई को ट्रेन से निकली थी.तीनों घर से बाबा गरीबनाथ मंदिर जाने की बात कहकर निकली थीं. जब सभी घर नहीं लौटीं तो परिजनों ने तलाश शुरू की. घर पर परिजनों को दो पत्र मिले थे. गौरी और माही ने घर पर पत्र छोड़ा था. जिसमें लिखा हुआ था कि वह बाबा से मिलने हिमालय जा रही हैं. किसी ने तलाश करने का प्रयास किया तो तीनों अपनी जान दे देंगी. 11 दिन बाद उनके शव मथुरा में रेलवे ट्रैक पर मिले थे. ट्रेन के चालक का कहना था कि अचानक तीनों किशोरियां आपस में हाथ पकड़कर ट्रेन के सामने कूद गयीं थीं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है