बांकुड़ा.
सीटू समर्थित जिला मोटिया मजदूर यूनियन की ओर से अपनी कई मांगों को लेकर बांकुड़ा रेलवे स्टेशन परिसर में प्रदर्शन किया गया. उसके बाद अपनी मांगों पर केंद्रित ज्ञापन स्टेशन मैनेजर को सौंपा गया. प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे सीटू नेता प्रतीप मुखर्जी ने कहा कि बांकुड़ा रेलवे गुड्स शेड में 500 से ज्यादा मोटिया मजदूर चावल, गेहूं, नमक, उर्वरक और सीमेंट की लोडिंग करते हैं. माल का परिवहन सैकड़ों ट्रकों से किया जाता है. पर बीते कुछ महीनों से रेल अफसरों के उदासीन रवैये से गुड्स शेड में मोटिया-मजदूरों के लिए काम करना जोखिम भरा हो गया है. गुड्स शेड क्षेत्र में नाली का निर्माण करीब तीन माह पहले शुरू हुआ था, लेकिन यह काम कछुए की गति से चल रहा है. ईंट, रेत, आदि निर्माण सामग्रियां इधर-उधर बिखरी पड़ी हैं, जिनसे मजदूरों को काम करने में दिक्कत हो रही है. वैगनों से उतारे गये माल को लादने के लिए ट्रक को गुड्स शेड में ठीक से नहीं ले जाया जा सकता. माल लादने में ज्यादा मेहनत व समय लगता है. तय समय में काम पूरा नहीं होने पर सीएनएफ को अक्सर रेलवे को होनेवाले नुकसान का आकलन करना पड़ता है. प्रतिकूल माहौल में काम करते समय मजदूरों के साथ अनहोनी का खतरा बना रहता है. स्थानीय रेल अधिकारियों से निर्माण कार्य जल्द पूरा करने और बांकुड़ा गुड्स शेड में काम करने का उचित माहौल देने की मौखिक अपील कई बार की गयी, पर बात नहीं बनी है. इसलिए जिला मोटिया मजदूर यूनियन ने अपनी मांगों पर केंद्रित एक ज्ञापन बांकुड़ा के स्टेशन प्रबंधक को सौंपा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है