औरंगाबाद/रफीगंज. कासमा थाना क्षेत्र के शेरपुर कांडी मदार नदी के समीप झाड़ी में 40 वर्षीय विधवा महिला के साथ दुष्कर्म किये जाने का मामला प्रकाश में आया है. पीड़ित महिला को कासमा थाने की पुलिस ने ग्रामीणों की मदद से इलाज के लिए सीएचसी रफीगंज पहुंचाया, जहां से डॉक्टरों ने प्राथमिक उपचार के बाद सदर अस्पताल रेफर कर दिया. वैसे पीड़ित महिला थाना क्षेत्र के ही एक गांव की रहने वाली है. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, महिला रफीगंज शहर में ही एक घर में रसोइया का काम करती है. अपना कामकाज निबटाकर घर जाने के लिए पैदल निकली थी. जब महिला पैदल मदार नदी के समीप पहुंची, उसी दौरान नकाबपोश मनचलों ने उस पर हमला कर दिया. मनचलों के हमले से महिला क्षण भर में ही अचेत हो गयी. हालांकि, जब महिला को होश आया, तो देखा कि उक्त जगह पर कोई नहीं है. उसके शरीर से रक्त स्त्राव हो रहा था. महिला के चीखने-चिल्लाने की आवाज सुनकर आसपास के ग्रामीण दौड़े और घटना की सूचना कासमा थाने की पुलिस को दी. सूचना मिलते ही कासमा पुलिस घटनास्थल पर पहुंची और ग्रामीणों की मदद से महिला को इलाज के लिए सीएचसी रफीगंज पहुंचाया. ग्रामीणों के मुताबिक पीड़ित महिला के पति का कुछ वर्ष पहले देहांत हो गया था. उसकी एक बेटी है जो पढ़ाई करती है. किसी तरह कामकाज कर वह अपनी बच्ची का खर्च चलाती है. थानाध्यक्ष इमरान आलम ने बताया कि महिला को इलाज के लिए अस्पताल भेजा गया है. फिलहाल मामले की जांच पड़ताल की जा रही हैं. इधर, घटना की सूचना पर लोजपा के प्रदेश महासचिव प्रमोद कुमार सिंह सदर अस्पताल पहुंचे और पीड़ित महिला का हाल जाना. उन्होंने घटना की निंदा की. कहा कि इस तरह की घटना समाज के लिए बदनुमा दाग है. विधवा महिला के दुष्कर्म की घटना से स्पष्ट होता है कि अपराधियों में पुलिस का भय नहीं है. दिन दहाड़े जिस तरह से घटना हुई है वह कानून को धत्ता बताने वाला है. घटना में शामिल आरोपितों की जल्द गिरफ्तारी हो, अन्यथा आंदोलन के लिए वे बाध्य होंगे.
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