बोकारो. सेक्टर पांच स्थित बोकारो महिला कॉलेज में ‘स्वास्थ्य, समाज, पर्यावरण और झारखंड का सतत विकास’ विषय पर दो दिवसीय सेमिनार सोमवार से शुरू हुआ. उद्घाटन मुख्य अतिथि बिनोद बिहारी महतो विश्वविद्यालय के विवि प्रतिनिधि सह सचिव डॉ अजीत कुमार, विशिष्ट अतिथि रामचंद्र चंद्रवंशी विश्वविद्यालय पलामू के लोकपाल डॉ एसके शर्मा, बोकारो कॉलेज की प्राचार्या डॉ उमा मागेश्वरी, डॉ केतन कुमार शर्मा किया. डॉ अजीत ने कहा कि पृथ्वी को बचाने के लिए पर्यावरण की सुरक्षा जरूरी है. पर्यावरण का प्रदूषण का अर्थ पृथ्वी को नष्ट करना. पृथ्वी स्वस्थ रहेगी, तो ऑक्सीजन सहित पोषण तत्व मिलेगा. इसके बिना जीवन की कल्पना गलत है. लोकपाल डॉ शर्मा ने कहा कि हम अपनी आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए पर्यावरण का दुरुपयोग कर रहे हैं. पेड़ों की कटाई से वातावरण प्रदूषण का संकेत मिल रहा है. समय पर वर्षा नहीं हो रही है. यह पर्यावरण के प्रदूषित होने का नतीजा है. डॉ केतन ने कहा कि झारखंड में पेड़-पौधे होने के बाद भी 45 डिग्री तापमान चिंता का विषय है. पर्यावरण दिवस पर ही नहीं रोजाना पौधरोपण अभियान चलना चाहिए. प्राचार्या डॉ मंजू सिंह ने कहा कि पर्यावरण की सुरक्षा ही हमें नया जीवन दे सकती है. संकल्प के साथ पर्यावरण को बचायें. डॉ प्रभावती ने महाविद्यालय के उत्तरोत्तर विकास की चर्चा की. छात्राओं ने अतिथियों का स्वागत नृत्य व गीत के साथ किया. इससे पूर्व अतिथियों ने स्मारिका का विमोचन किया. संचालन प्रो एस पाठक व प्रो मंजू तथा धन्यवाद ज्ञापन डॉ केएन भारती ने किया. मौके पर डॉ बीएन महतो, डॉ संजीव, डॉ रघुवर, डॉ एसएनपी टंडन, डॉ अशोक, डॉ नीलिमा, डॉ गायत्री, डॉ मुकुल, डॉ पूनम, डॉ योगेंद्र, डॉ वीरेंद्र, डॉ संजय, डॉ गणेश, डॉ अशोक, प्रो स्मिता, प्रो एलबी प्रसाद आदि मौजूद थे.
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