संवाददाता, पटना
राजवंशी नगर स्थित एलएनजेपी हड्डी अस्पताल में वित्तीय अनियमितता का मामला सामने आया है. हाल ही में एजी की ऑडिट टीम ने यह मामला जांच के बाद पकड़ा है. इसमें 25 सितंबर 2019 और 10 जून 2022 से 2023 को सुरक्षा गार्ड के सेवा को लेकर चिह्नित एजेंसी को तय नियम के अनुसार गलत तरीके से भुगतान कराने, सुरक्षा कर्मियों को न्यूनतम वेतन नहीं देने और प्रशासन से अधिक वेतन लेने, पूर्व में अस्पताल में एक एजेंसी के माध्यम से लगाये गये जनरेटर को अधिक भुगतान करने समेत कई मामले को ऑडिट टीम ने पकड़ा है. वहीं संबंधित मामले में वित्तीय अनियमितता पकड़ में आ जाने के बाद स्वास्थ्य विभाग के निदेशक डॉ एनएन राय ने स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव को पत्र लिख घोटाले में शामिल पूर्व के जिम्मेदार अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है. बिना अवधि विस्तार के हुआ भुगतान : निदेशक
अस्पताल के निदेशक डॉ एनएन राय ने बताया कि एजी की टीम अस्पताल की जांच की. इसमें तत्कालीन निदेशक के कार्यकाल में कई वित्तीय अनियमितता पायी गयी है. इसके खिलाफ स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव को पत्र लिख कार्रवाई की मांग की गयी है. 30 जनवरी 2024 को अस्पताल में जनरेटर लगाने वाली आउटसोर्सिंग एजेंसी का एकरारनामा समाप्त हो गया था. इसके बाद भी एजेंसी को तत्कालीन निदेशक के निर्देश पर रुपये का भुगतान किया गया. मुझे बदनाम करने का किया जा रहा है प्रयास
ऑडिट टीम के माध्यम से जो जांच करायी गयी है, यह पूरी तरह से गलत है. मेरे ऊपर गलत आरोप लगाकर जानबूझ कर बदनाम किया जा रहा है. जब मैं निदेशक था तो पांच साल का ऑडिट कराया था. वहीं वर्तमान में अगर कोई गड़बड़ी मिली है तो इस मामले की जानकारी मुझे नहीं है. मैं प्रशासन से निष्पक्ष जांच की मांग करता हूं.
डॉ सुभाष चंद्रा, पूर्व निदेशक एलएनजेपी हड्डी अस्पताल
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