संवाददाता, पटना
राजधानी में बिजली चोरी करने वालों की अब खैर नहीं. शहर में बिजली चोरी को रोकने के लिए पेसू के दोनों अंचलों में अलग-अलग टीम का गठन किया गया है. राजधानी के 13 बिजली प्रमंडलों में बिजली चाेरी राेको अभियान की शुरूआत की गयी है. इसमें बिजली उपखंड के विद्युत सहायक अभियंता के नेतृत्व में इलाके के बिजली चोरी संदिग्ध के घर या दुकान पर जाकर छापा मारा जा रहा है. शहर के 30 बिजली उपखंडाें में यह निर्देश दिया गया है कि अपने-अपने इलाके में किसी भी संदिग्ध उपभोक्ताओं के यहां जाकर तुरंत जांच करें. बिजली चोरी रोकने के लिए टीम में लाइन मैन और कनीय अभियंता व एक एक्सपर्ट काे भी शामिल किया गया है. कई बिजली उपभोक्ता बिजली चोरी करने के लिए मीटर बाइपास कर बिजली चोरी करने का प्रयास करते हैं. बिजली चोरी के जांच के दौरान सहायक अभियंता व कनीय अभियंता द्वारा टॉग ट्विस्टर उपकरण लगाकर इंपुट व आउटपुट करेंट की जांच की जा रही है. फिलहाल बाकरगंज, दानापुर, खगौल में इलाकों में बिजली चोरी की विशेष जांच चल रही है.
इ-चार्जिंग स्टेशन पर लगाया 10 लाख का जुर्माना : मौर्यालोक बिजली उपखंड के अंतर्गत एक इ-चार्जिंग स्टेशन पर बिजली चोरी करने के जुर्म में 10 लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया है. मौर्यालोक बिजली उपखंड के सहायक अभियंता ने बताया कि बिस्कोमान भवन के पास बैंक रोड स्थित इ-रिक्शा चार्जिंग स्टेशन में स्मार्ट मीटर को रिमोट सिस्टम करके बिजली की चोरी की जा रही थी.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है