Relationship Tips: हम अक्सर ये बात सोंचते हैं हमारे सामने वाला क्या सोंच रहा होगा. उसके दिल में इस वक्त क्या चल रहा होगा. इसे जानने के लिए सोशल मीडिया पर कई तरीके बताए गए हैं. हलांकि इन्हें अपनाने के बाद जब नतीजे मन मुताबिक नहीं आते तो मन दुखी हो जाता है और रिलेशनशिप में गलतफहमियां शुरू हो जाती हैं.
सोशल मीडिया की आदत
सोशल मीडिया ने हमारी जिंदगी को काफी हद तक आसान बना दिया है. ऐसे में लोग सोशल मीडिया का आदी हो गई है. जैसे-जैसे नई तकनीक विकसित हो रही है, यह मनोरंजन भी कर रही है. आज शायद ही कोई सोशल मीडिया से अछूता होगा.
रील्स के आदी
आजकल कई महिलाएं सोशल मीडिया पर रील देखे बिना सो भी नहीं पाती हैं. रील में जो भी दिखाया जाता है, वे उसे आंख मूंदकर सच मान लेती हैं. इन रील और सोशल मीडिया पर आए दिन कुछ न कुछ चलता रहता है, जिसमें से एक है- ‘रिलेशनशिप टेस्ट’. कई बार बर्ड टेस्ट, ‘महिला का नाम’ या ‘पति टेस्ट’ वायरल हो जाता है, जिसे हम मजे के लिए आजमाते हैं. लेकिन कई बार ये टेस्ट रिश्तों को गलत मायने भी दे देते हैं.
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रील्स के जरीए रिश्ते जज न करें
भले ही आपको सोशल मीडिया समेत कई प्लेटफॉर्म पर अपने रिश्ते में प्यार को मापने के लिए कई पैरामीटर बताए जाते हों, लेकिन इन्हें कभी दिल पर न लें. ये आपके रिश्ते को खराब कर सकते हैं या रिश्ते की मिठास को कम कर सकते हैं. टेस्ट के नतीजे आपकी इच्छा के मुताबिक ही हों, ये जरूरी नहीं है! और जब ये नतीजे आपके पक्ष में नहीं आते, तो ये आपको अंदर से खोखला कर देते हैं. आप दोनों के बीच गलतफहमियां होने लगती हैं. इसकी वजह से देर-सबेर आपका रिश्ता टूटने लगता है.
यह खतरनाक भी है
सोशल मीडिया सिर्फ नाम का ही सोशल है. इसकी तुलना कभी भी वास्तविक रिश्तों से न करें. सोशल मीडिया के भीतर भी खुशी, दुख, गुस्सा, अपमान और निराशा की एक बड़ी दुनिया बनी हुई है. आप वहां जो भी देखते हैं, वह आपको वही दिखाने लगता है. अगर आप दुखी हैं, तो यह आपको सिर्फ दुख वाली सामग्री दिखाता है, जिससे आप जुड़ाव महसूस करते हैं। इससे आप भी नकारात्मक हो जाते हैं.
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सतर्कता जरूरी है
सोशल मीडिया आज ज्यादातर लोगों की जिंदगी का हिस्सा बन चुका है. अगर आपको इस टेस्ट से पता चलता है कि आपके रिश्ते में कुछ सुधार की जरूरत है, तो मदद मांगने में संकोच न करें और रिश्ते को बेहतर बनाने की कोशिश करें. कई बार नेगेटिव रिजल्ट मिलते ही आप अपने पार्टनर से झगड़ने लगते हैं. यहीं से रिश्ते में दरार आने लगती है, वहीं अगर इस रिलेशनशिप टेस्ट के पॉजिटिव साइड को देखें तो यह आपके रिश्ते में काउंसलर बनकर भी सामने आता है और आपको बताता है कि कपल के तौर पर आपको अपने रिश्ते में क्या सुधार करने की जरूरत है. इसलिए उनसे झगड़ें नही. टेस्ट को गंभीरता से लेने से बेहतर है कि आप उनसे बात करें. अगर कोई समस्या है, तो मिलकर उसका हल निकालें.