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निगम की व्यवस्था में नहीं दिख रहा सुधार, दायित्वों का निर्वहन कागजों पर कर रहे कर्मी -विधायक

निगम की व्यवस्था में नहीं दिख रहा सुधार, दायित्वों का निर्वहन कागजों पर कर रहे कर्मी -विधायक

जलजमाव पर प्रभावी नियंत्रण व नागरिक सुविधा बहाल रखने को लेकर निगम की हुई बैठक 11 एजेंडा पर कार्य की प्रगति व समाधान पर लिया गया निर्णय अगले छह दिनों में सभी नाले की सफाई का निर्णय, जलजमाव वाले क्षेत्र में सोख्ता बनाने का निर्णय नाले से अतिक्रमण हटाने की होगी कार्रवाई फॉगिंग व दवा छिडकाव नहीं करने का पार्षदों ने लगाया आरोप सहरसा . आगामी मॉनसून में नगर निगम क्षेत्र में जल-जमाव पर प्रभावी नियंत्रण व नागरिक सुविधा बहाल रखने को लेकर मंगलवार को नगर निगम सभागार में बैठक की गयी. बैठक में स्थानीय विधायक सह पूर्व मंत्री डॉ आलोक रंजन, निगम उप महापौर गुड्डू हयात, नगर निगम आयुक्त मुमुक्षु चौधरी, नगर निगम उपायुक्त संतोष कुमार सहित नगर निगम पार्षद व निगम कर्मी शामिल हुए. बैठक से सांसद एवं निगम महापौर अनुपस्थित रहे. बैठक में नगर विकास व आवास विभाग प्रधान सचिव द्वारा जल जमाव पर प्रभावी नियंत्रण व नागरिक सुविधाओं के बहाल करने को लेकर दिए गये 11 सूत्री मुद्दों पर विस्तृत चर्चा की गयी. चर्चा के दौरान नगर निगम में व्याप्त समस्याएं एवं उनके समाधान को लेकर की जा रही तैयारी पर अंतिम निर्णय लिया गया. आगामी माॅनसून को लेकर तैयारी की चर्चा के दौरान जल-जमाव को लेकर निगम पार्षदों ने अपने-अपने क्षेत्र की समस्याओं को रखा. खासकर सबसे अधिक जल जमाव वाले क्षेत्र गांधी पथ स्थित हाथी टोला एवं नया बाजार के कुछ स्थानों पर वृहद चर्चा की गयी. वहीं जल-जमाव निकासी को लेकर निगम आयुक्त सहित निगम जूनियर इंजीनियर उपेंद्र कुमार ने तैयारी पर अपनी बात रखी. विधायक डॉ आलोक रंजन ने निगम आयुक्त से युद्ध स्तर पर जल जमाव की समस्या के निदान के बात कहीं. वहीं निगम क्षेत्र में नाला उडाही के मुद्दे पर अधिकांश वार्ड सदस्यों ने कार्य पूरा नहीं किए जाने की बात कही. जिसको लेकर अगले छह दिनों के अंदर निगम क्षेत्र के सभी छोटे-बड़े नाले के उडाही का निर्देश देते तत्काल इस पर कार्य शुरू करने की बात कही. वहीं अन्य सभी मुद्दों पर चर्चा करते पार्षदों द्वारा दी गयी समस्याओं की जानकारी के निदान का निर्णय लिया गया. नहीं पूरी हो सकी है नाले की उडाही नगर निगम क्षेत्र के नालों की उडाही पूरे होने की जो बात कही जा रही थी. वह बैठक में निराधार निकली. बैठक में अधिकांश वार्ड पार्षदों ने नाले की सफाई नहीं होने की बात कही. जिस पर विधायक डॉ आलोक रंजन ने स्वच्छता प्रभारी देवेंद्र कुमार को निर्देश दिया कि अगले छह दिनों के अंदर निगम क्षेत्र के सभी छोटे बड़े नाले की उडाही संपन्न करें. जिससे जल जमाव की थोड़ी समस्या कम हो सकेगी. उन्होंने कहा कि निगम क्षेत्र में जल-जमाव की गंभीर समस्या रहती है. ऐसे में इसे नजर अंदाज करना खतरे की बड़ी घंटी है. उन्होंने नगर आयुक्त को भी इस ओर तत्काल ध्यान देते कार्य संपन्न कराने की बात कही. नाले से अतिक्रमण हटाने का हुआ निर्णय नगर निगम क्षेत्र मुख्य बाजार में बने नाले पर अतिक्रमण का मुद्दा बैठक में सामने आया. जिसको लेकर कहा गया कि पूर्व में अतिक्रमण हटाया गया था. लेकिन एक बार फिर से अतिक्रमण शुरू हो गया है. इस मुद्दे को लेकर विधायक डॉ आलोक रंजन ने कहा कि इसे गंभीरता से लें एवं अतिक्रमण हटाने में प्रशासन सहित पुलिस प्रशासन से सहयोग लें. जिससे लोगों को आगे के मॉनसून में जल-जमाव की समस्या से मुक्ति मिल सके. उन्होंने कहा कि नाले पर अतिक्रमण रहने से सफाई में कठिनाई होती है. जिससे जल जमाव का खतरा रहता है. उन्होंने तत्काल अतिक्रमण हटाने की बात कही. नगर आयुक्त ने बताया कि विभागीय निर्देश के आलोक में अतिक्रमण हटाया गया था. एक बार फिर से इसकी समुचित व्यवस्था की जा रही है. कच्चे नाले का किया जा रहा निर्माण नगर निगम क्षेत्र में माॅनसून की वर्षा से होने वाले जल जमाव को लेकर की गयी तैयारी की जानकारी देते आयुक्त ने कहा कि जिस क्षेत्र में जल निकासी की व्यवस्था नहीं है. वहां कच्चे नाले के माध्यम से जल निकासी का कार्य किया जायेगा. इसके लिए पूर्व से चिह्नित जगह पर कच्चा नाला तैयार किया गया है. वही इस दौरान हुई चर्चा में गांधी पथ के हाथी टोला में अत्यधिक जल जमाव की बात कही गयी. साथ ही कच्चे नाले से यहां के जल निकासी नहीं होने की बात कही गयी. जिसको लेकर चर्चा की गयी. अत्यधिक जल-जमाव वाले जगहों पर सोख्ता का होगा निर्माण निगम क्षेत्र के वैसे जगह जहां से जल जमाव की गंभीर समस्या दूर करने में परेशानी होने वाली है. वैसे जगह को चिह्नित कर सोख्ता निर्माण की बात कही गयी. इनमें गांधी पथ के हाथी टोला सहित नया बाजार एवं अन्य जगह पर चिन्हित कुल चार जगह पर सोख्ता निर्माण की बात कनीय अभियंता उपेंद्र कुमार ने बताया. उन्होंने कहा कि इन जगहों पर सोख्ता के माध्यम से जल जमाव दूर किया जा सकता है. इसके लिए रिंग तैयार कर लिया गया है. जल्द ही चिन्हित कर जगह पर सोख्ता का निर्माण पूरा होगा. हालांकि इससे समाधान को लेकर बैठक में मतभेद दिखा कि इस सोख्ता के माध्यम से जल जमाव की समस्या दूर करना संभव नहीं है. ऐसे एक बार उपाय कर देखा जा सकता है का निर्णय लिया गया. संक्रमण के रोकथाम को लेकर हुई चर्चा माॅनसून अवधि में जल जमाव से संक्रमण फैलने एवं मच्छरों के प्रकोप को रोकने को लेकर चर्चा की गयी. जिस पर बताया गया कि निगम क्षेत्र में मच्छरों के प्रकोप को रोकने के लिए लगातार फॉगिंग एवं दवा का छिड़काव किया जा रहा है. इस दौरान अधिकांश वार्ड पार्षदों ने सीधा आरोप लगाया कि पिछले लगभग छह महीने से किसी तरह का छिड़काव लगभग किसी वार्ड में नहीं हुआ है. विधायक डॉ आलोक रंजन ने कहा कि यह गंभीर मुद्दा है एवं सभी वार्ड पार्षद इसका सीधा विरोध कर रहे हैं. इसका मतलब साफ है कि सिर्फ कागजों पर ही फॉगिंग व दवा का छिड़काव हो रहा है. जो कहीं से भी उचित नहीं है. यह नागरिकों को मिलने वाली सुविधाओं का सीधा उल्लंघन है. उन्होंने आयुक्त से तत्काल इस पर रोक लगाते फॉगिंग एवं दवा छिड़काव की बात कही. उन्होंने कहा कि विभाग द्वारा जब सारी सुविधा मुहैया कराई जा रही है तो फिर नागरिक इस सुविधा से वंचित कैसे रह रहे हैं. इस पर तत्काल कार्रवाई हो. निगम की व्यवस्था में नहीं दिख रहा सुधार बैठक में मौजूद स्थानीय विधायक डॉ आलोक रंजन ने बैठक के अंत में साफ शब्दों में कहा कि नगर निगम की व्यवस्था में कोई सुधार नजर नहीं आ रहा है. निगम कर्मी काम नहीं कर रहे हैं. पूर्व में जो ढर्रा बना था वही ढर्रा पर आज भी काम हो रहा है. जबकि निगम में संसाधन काफी बढे हैं. जिससे आम लोग लाभान्वित नहीं हो रहे हैं. निगम कर्मी जिन्हें जो दायित्व दिया गया है, वह काम नहीं कर रहे हैं. ऐसे में आगामी मॉनसून में जल जमाव की बड़ी समस्या से निजात मिलना संभव नहीं है. उन्होंने आयुक्त को सीधे रूप से मॉनिटरिंग करने की बात कही. जिससे लोगों को आगे जलजमाव से राहत मिल सके. उन्होंने कहा कि सभी वार्ड पार्षदों ने जो समस्या रखी है, उसका तत्काल समाधान होने से ही जल जमाव से थोड़ी राहत मिल सकती है. उन्होंने कहा कि अगले 15 दिनों के बाद लिए गए निर्णय पर हुए कार्य की समीक्षा बैठक करने की बात कही. फोटो – सहरसा 02 – बैठक में मौजूद विधायक, नगर आयुक्त व अन्य फोटो – सहरसा 03 – बैठक में मौजूद पार्षद व कर्मी …………………………………………………………………………………… महिला महाविद्यालय के आगे जमा कचरा उठाव को लेकर प्राचार्य ने डीएम व नगर आयुक्त को दिया आवेदन सहरसा . नगर निगम क्षेत्र के मुख्य मार्ग वीर कुंवर सिंह चौक के निकट स्थित रमेश झा महिला महाविद्यालय के आगे कचडा जमा रहने को लेकर महाविद्यालय प्राचार्या प्रो डॉ उषा सिन्हा ने जिलाधिकारी सहित नगर निगम आयुक्त को पत्र प्रेषित कर कचडा उठाओ की मांग की है. उन्होंने कहा कि कोसी क्षेत्र का एकमात्र अंगीभूत रमेश झा महिला महाविद्यालय है. जिसमें स्थानीय सहित आस पडोस के क्षेत्र की छात्राओं के पठन-पाठन की व्यवस्था संपन्न होती है. लेकिन यह अत्यंत खेद का विषय है कि महाविद्यालय के उत्तर दिशा के मुख्य प्रवेश द्वार के चाहरदीवारी एवं सड़क के बीच नाला बना हुआ है. जिसमें स्थानीय लोगों द्वारा गीला कचडा डाला जाता है. मॉनसून के वर्ष के समय यहां अत्यधिक मात्रा में जल जमाव हो जाता है. महाविद्यालय के बाहर कूडा कचडा जमा होना चिंता का विषय बन गया है. इससे न केवल वातावरण दूषित हो रहा है. बल्कि महाविद्यालय में छात्राओं के स्वास्थ्य पर भी प्रतिकूल असर पड़ रहा है. उन्होंने कहा कि कई बार प्रशासन को इस स्थिति से अवगत कराया गया. लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई. उन्होंने नियमित कचडा संग्रहण कर महाविद्यालय चाहरदीवारी के बाहर अतिरिक्त कूडेदान लगा स्वच्छता की दृष्टि से उचित कार्रवाई की मांग की.

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