भागलपुर शहर में बड़े-बड़े वाहनों से निकले धुएं से प्रदूषण तो बढ़ ही रहा है, लेकिन अब नया जुगाड़ सिस्टम प्रदूषण को और बढ़ावा देने के साथ ही बड़ी दुर्घटना को भी दावत दे रहा है. लेकिन इस सिस्टम से शहर के बड़े पदाधिकारी जान के भी अनभिज्ञ हैं, या जान नहीं रहे हैं. लेकिन जो भी हो इस जुगाड़ सिस्टम से शहर में किसी भी दिन बड़ी दुर्घटना हो सकती है. शहर में पहले जेनसेट का पाइप ऊपर लगा रहता था जिससे जेनसेट से धुआं निकलता था. इससे आसपास के लोग परेशान होते थे, कई बार कहासुनी भी हो जाती थी. जिसके बाद लोगों ने नाले में जेनसेट का पाइप लगाना शुरू कर दिया. जो कि खतरनाक है.
नाला में डाले जा रहे जेनसेट के पाइप
शहर के बड़े प्रतिष्ठानों के साथ ही आटा-चक्की चलाने वाले जेनसेट का पाइप नाला में डाल दे रहे हैं. नाला के ऊपर लगे पाट के कारण धुआं बाहर नहीं निकल पाता है, लेकिन उस नाला से कनेक्ट घर के नाला में धुआं प्रवेश कर रहा है. जिससे लोग परेशान हैं. मंगलवार को शहर में हुए तेज बारिश से जब नाला में लगे जेनसेट के पाइप में पानी भरा तो धुंआ निकलने लगा. शहर के मुख्य बजार, घुूरनपीर बाबा-तिलकामांझी राेड, तिलकामांझी-बरारी रोड, डेयोड़ी रोड, जवारीपुर रोड, स्टेशन रोड सहित कई जगहों में नाला में जेनसेट का पाइप लगा हुआ है.
मेयर जो प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की सदस्य भी हैं ने कहा, इस बारे में बोर्ड को लिखूंगी, ताकि जांच हो
मेयर डॉ बसुंधरा लाल जो प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की सदस्य भी हैं ने कहा नाला में जेनसेट का पाइप लगा है तो यह गंभीर मामला है. इस बारे में बोर्ड को पत्र लिखूंगी ताकि इसकी जांच हो और जो इस तरह का काम कर रहा है उस पर कार्रवाई हो सके. उन्होंने कहा कि बोर्ड के अध्यक्ष से भागलपुर में एक बैठक करने की भी गुजारिश करुंगी.
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