आरा.भारतीय जनता पार्टी द्वारा जेल रोड स्थित जैन धर्मशाला में आपातकाल की विभिषिका के 50वें वर्ष को काला दिवस के रूप में मनाया गया. आपातकाल विभिषिका की याद में संगोष्ठी आयोजित की गयी. कार्यक्रम की अध्यक्षता जिलाध्यक्ष दुर्गा राज ,संचालन महामंत्री नरेंद्र तिवारी व कार्यक्रम संयोजक जिला उपाध्यक्ष सतीश भट्ट ने किया. संगोष्ठी में बतौर मुख्य वक्ता आरा विधायक अमरेंद्र प्रताप सिंह ने आपातकाल को भारतीय इतिहास को काला अध्याय बताते हुए कहा कि 25 जून 1975 के दिन तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी द्वारा पूरे देश में अनुच्छेद 356 का घोर उल्लंघन किया गया. उस समय देश मे न बाह्य आक्रमण का खतरा था और न ही आंतरिक समस्याएं थीं. केवल इंदिरा गांधी अपने चुनाव हारने और छह वर्षों के चुनाव लड़ने के रोक पर देश के संविधान का उल्लंघन कर पूरे देश को विभिषिका में झोंक दिया. नागरिक के मौलिक अधिकारों को हनन किया. प्रेस पर पूरी पाबंदी लगा दी गयी. देश के सभी महत्वपूर्ण नेताओं और व्यक्तियों को जेल में डाल दिया गया. देश में चारों तरफ अराजकता की स्थिति पैदा कर दी गयी. जय प्रकाश नारायण जी के नेतृत्व में बिहार से पूरे देश में संपूर्ण क्रांति आंदोलन किया गया. उस आंदोलन के दौरान तत्कालीन भारतीय जनसंघ ने पूर्ण रूप से सहयोगी के रूप में भूमिका निभाया. अंतिम समय में जनता पार्टी के नेतृत्व में ही आंदोलन को सफल किया गया. आज भारतीय जनता पार्टी राष्ट्रवादी विचारधारा के साथ संविधान और देश का रक्षक है. वहीं, प्रदेश प्रवक्ता सह पूर्व विधायक संजय सिंह टाइगर ने कहा कि आपातकाल की विभिषिका दिवस को काला दिवस के रूप में इसलिए मनाते हैं कि आज की पीढ़ी को देश के काले दिन के समय से अवगत कराया जाये. कांग्रेस के समय में सबसे अधिक संविधान का उल्लंघन किया गया है. राज्यों की सरकारों को उलटने-पलटने के लिए 90 बार अनुच्छेद 356 का उल्लंघन किया गया था. जेपी आंदोलन में भारतीय जनसंघ ने पूरी भूमिका निभाया. उस समय जनसंघ को फास्सिट कहा गया. जिसे जेपी ने नकारते हुए पूरे आंदोलन का बागडोर जनसंघ को दिया . जनसंघ जनता पार्टी बना और उसके बाद भारतीय जनता पार्टी. जितना संविधान संशोधन कांग्रेस ने किया है, उससे आधी संविधान में ही बदलाव कर दिया गया. कांग्रेस ने हमेशा संविधान का दुरुपयोग किया है. आज कह रही है कि देश के संविधान को भाजपा से खतरा है. अनुच्छेद 370 को हटाने के लिए भी भाजपा को किसी संशोधन की जरूरत नहीं पड़ी. यह कांग्रेस द्वारा असंवैधानिक अनुच्छेद था, जिसे हटाकर देश की एकता और अखंडता को अक्षुण्ण रखा. भाजपा जिलाध्यक्ष दुर्गा राज ने आपातकाल को काला दिवस बताते हुए कहा कि आज कांग्रेस के साथ वही खड़े हैं, जिनका राजनीतिक जन्म आपातकाल के खिलाफ हुआ था. आज भी कांग्रेस से देश को खतरा है. उसके द्वारा प्रोपेगैंडा बना कर देश को अस्थिर करने का प्रयास किया जा रहा है, लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में एनडीए सरकार देश को विकसित बनाने के संकल्प पर अग्रसर है. संगोष्ठी को पूर्व प्रत्याशी कौशल विद्यार्थी,पूर्व जिलाध्यक्ष राणा प्रताप सिंह, मिथिलेश कुशवाहा, हरेन्द्र पांडेय, प्रहलाद राय आदि वक्ताओं ने आपातकाल विभिषिका की यादों को ताजा किया. कार्यक्रम में उदय प्रताप सिंह, वंदना राजवंशी, राजकुमार कुशवाहा, संतोष चंद्रवंशी, अरबिन्द पांडेय, संजय कुमार सिंह, सूर्यभान सिंह, परशुराम चौधरी,श्रीभगवान सिंह, लव पांडेय, जितु चौरसिया, अजय सिंह,अशोक सिंह,राजेन्द्र गुप्ता, मुन्ना सिंह,निशांत सेंगर आदि सैकडों कार्यकर्ता थे.
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